दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट के आरोप में नौकरशाह सीएम अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से लिखित में माफी से कम पर मानने को तैयार नहीं हैं।
आज दिल्ली में आईएएस अधिकारियों की बैठक में कहा गया है कि जबतक सीएम और डिप्टी सीएम लिखित में माफी नहीं मांगते हैं तब तक सरकार के प्रतिनिध से कोई बात नहीं होगी।
ज्वाइंट फोरम ऑफ आफिसर्स एंड अम्प्लाइज असोसिएशन के एक सदस्य डीएन सिंह ने कहा है कि दिल्ली के नौकरशाहों ने फैसला सुना दिया है।
जबतक सीएम और डिप्टी सीएम लिखित या सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगते तबतक किसी मंत्री से बात नहीं होगी।
आईएएस ज्वाइंट फोरम की सदस्य पूजा जोशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा,' हम इस मुद्दे पर सीएम से लिखित में माफी चाहते हैं। घटना पर माफी मांगने की बजाय सीएम और डिप्टी सीएम अभी भी मारपीट होने से इनकार कर रहे हैं। यह दिखाता है कि इस साजिश में वो भी शामिल थे।'
गौरतलब है कि अफसरों के नाराज रहने की वजह से दिल्ली सरकार का काम प्रभावित हो रहा है। केजरीवाल सरकार ने अफसरों को मनाने का जिम्मा मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को सौंपा था।
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हालांकि ज्वाइंट फोरम ऑफ आफिसर्स एंड अम्प्लआिज असोसिएशन की बैठक में अफसर माफी की मांग पर अड़ गए।
गौरतलब है कि 21 फरवरी की रात मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट के आरोप में आम आदमी पार्टी के दो विधायक प्रकाश जरवाल और अमानतुल्लाह खान को तीस हजारी कोर्ट से आज भी जमानत नहीं मिली और दोनों अभी जेल में हैं। फिलहाल इस मामले की दिल्ली पुलिस जांच कर रही है।
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Source : News Nation Bureau