देश में तापमान अब धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. गर्मी का स्तर चरम पर पहुंचने की ओर है. इस बीच मौसम विभाग (IMD) ने मानसून को लेकर बड़ा पूर्वानूमान लगाया है. मौसम विभाग की मानें तो इस बार मानसून सामान्य रहने वाला है. आईएमडी के अनुसार, इस साल देश में जून से सितंबर माह में 83.5 मिलीलीटर बारिश (Rain) हुई है. इस वर्ष जून से लेकर सितंबर तक 96 प्रतिशत बारिश दर्ज होने की संभावना बनी हुई है. यह बारिश सामान्य वर्ग में आती है. विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून (Southwest Monsoon) से देश में सामान्य बारिश होगी. इसके साथ उत्तर पश्चिम भारत, पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में सामान्य से लेकर कम बारिश हो सकती है. वहीं पूर्वोत्तर के कई भागों में सामान्य बारिश होने का अनुमान है.
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में अगले छह दिनों तक गर्मी प्रचंड रहने वाली है. यहां पर 16 अप्रैल तक इसी तरह का मौसम रहने वाला है. अधिकतम तापमान 38 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान है. वहीं बारिश की बात करें तो यहां पर सामन्य बारिश होने के आसार हैं.
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस साल अल निनो का प्रभाव देखने को भी मिलेगा. इसके साथ सूखे जैसी स्थिति का सामना भी करना पड़ सकता है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अल निनो की स्थितियां मानसून की वजह से विकसित हो सकती है. मानसून के दूसरे चरण में उसका प्रभाव देखने को मिलेगा. हालांकि अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि बारिश कम होगी. अल निनों की वजह से सामान्य और सामान्य से ज्यादा बारिश देखने को मिल सकती है.
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पूर्वी भारत में गर्मी बढ़ने के आसार
IMD का अनुमान है कि अगले पांच दिनों में पूर्वी भारत में गर्मी बढ़ने के आसार हैं. उत्तर और मध्य भारत में तापमान सामान्य से अधिक होगा. अप्रैल से जून के बीच सामान्य से अधिक गर्मी होने का अनुमान है. पूर्वी भारत के हिस्से में ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, वेस्ट बंगाल, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश में लू चलने की आशंका है. पश्चिम में जैसे राजस्थान, गुजरात, वेस्टर्न यूपी के कुछ क्षेत्रों में अप्रैल से जून में हीट वेव चल सकती है.
HIGHLIGHTS
- पूर्वोत्तर के कई भागों में सामान्य बारिश होने का अनुमान
- इस साल अल निनो का प्रभाव देखने को भी मिलेगा
- सूखे जैसी स्थिति का सामना भी करना पड़ सकता है