Cyclone Biparjoy Update: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय कल रात करीब साढ़े ग्यारह बजे गुजरात के कच्छ जिले के जखाऊ तट से टकरा गया. जिसके चलते राज्य में भारी लैंडफॉल देखने को मिला. तट से टकराने के तूफान की रफ्तार में लगातार कमी हो रही है. हालांकि अब ये राजस्थान की ओर बढ़ गया है. जिसके चलते राजस्थान के अलावा देख के कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. फिलहाल गुजरात के जखाऊ, मांडवी, कच्छ और सौराष्ट्र के ज्यादातार हिस्सों में तेज बारिश हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक, तूफान के चलते शुक्रवार और शनिवार को गुजरात और राजस्थान के अलावा कई राज्यों में भारी बारिश होने का अनुमान है.
इन राज्यों में दिखेगा बिपरजॉय का असर, होगी भारी बारिश
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर देश के कई राज्यों में देखने को मिल सकता है. अब ये तूफान राजस्थान की ओर बढ़ रहा है. जिसके चलते राजस्थान में अगले चार दिनों तक भारी बारिश होने की आशंका है. इसके अलावा दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश होने की संभावना बनी हुई है. जिससे इन राज्यों के लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है. मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात के कच्छ जिले में भी भारी बारिश हो सकती है. वहीं सौराष्ट्र में भी आज भारी बारिश होगी. राजधानी दिल्ली में अगले चार दिनों तक भारी बारिश का अनुमान है.
हवा में धरासाई हो गए पेड़ और बिजली के खंभे
चक्रवात बिपरजॉय से गुजरात के तटवर्तीय इलाकों में भारी तबाही हुई है. कच्छ जिले के जखाऊ और मांडवी कस्बों के आसपास सैकड़ों पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं. जबकि कई घरों की टिन की चादरें उड़ गईं हैं. उधर, देवभूमि द्वारका में पेड़ गिरने से तीन लोगों के घायल होने की खबर है. गुजरात पुलिस राष्ट्रीय आपदा बल और सेना के दल जिले के अलग-अलग हिस्सों में उखड़े पेड़ों और बिजली के खंभों को हटाने में जुटे हैं.
इन जिलों में तैनात की गई 27 राहत टुकड़ी
चक्रवात के हालातों से निपटने के लिए सेना ने गुजरात के भुज, जामनगर और गांधीधाम के अलावा नलिया, द्वारका और मांडवी में अग्रिम स्थानों पर 27 राहत टुकड़ियों को तैनात किया है. इसके अलावा राहत बचाव के लिए भारतीय वायुसेना ने वड़ोदरा, अहमदाबाद और दिल्ली में एक-एक हेलीकॉप्टर को तैयार रखा है. उधर, नौसेना ने बचाव और राहत के लिए ओखा, पोरबंदर और बकासुर में 10 से 15 टीमों को तैनात किया है, जिनमें से एक टीम में पांच गोताखोर और अच्छे तैराकों को शामिल किया गया है. जिससे पीड़ितों को तत्काल राहत पहुंचाई जा सके.
Source : News Nation Bureau