बीते सप्ताह के मुकाबले इस कारोबारी सप्ताह में घरेलू शेयर बाजार मामूली तेजी के साथ बंद हुए. साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 62.53 अंकों यानी 0.17 फीसदी की तेजी के साथ 35,871.48 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 67.25 अंकों यानी 0.63 फीसदी की तेजी के साथ 10,791.65 पर बंद हुआ. वहीं, बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 229.20 अंकों यानी 1.64 फीसदी की तेजी रही और यह 14,169.74 पर बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक 264.90 अंकों यानी 2 फीसदी की तेजी के साथ 13,517.71 पर बंद हुआ.
सोमवार को सेंसेक्स 310.55 अंकों यानी 0.87 फीसदी की गिरावट के साथ 35,498.44 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 83.45 अंकों यानी 0.78 फीसदी की गिरावट के साथ 10,640.95 पर बंद हुआ.
मंगलवार को भी बाजार में गिरावट का दौर रहा और सेंसेक्स 145.83 अंकों यानी 0.41 फीसदी की गिरावट के साथ 35,352.61 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 36.60 अंकों यानी 0.34 फीसदी की गिरावट के साथ 10,604.35 पर बंद हुआ.
बुधवार को शेयर बाजारों में तेजी लौटी और सेंसेक्स 403.65 अंकों यानी 1.14 फीसदी की तेजी के साथ 35,756.26 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 131.10 अंकों यानी 1.24 फीसदी की तेजी के साथ 10,735.45 पर बंद हुआ.
गुरुवार को भी तेजी रही और सेंसेक्स 142.09 अंकों यानी 0.40 फीसदी की तेजी के साथ 35,898.35 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 54.40 अंकों यानी 0.51 फीसदी की तेजी के साथ 10,789.85 पर बंद हुआ.
शुक्रवार को शेयर बाजार तकरीबन सपाट बंद हुए और सेंसेक्स 26.87 अंकों यानी 0.07 फीसदी की गिरावट के साथ 35,871.48 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 1.80 अंकों यानी 0.02 फीसदी की तेजी के साथ 10,791.65 पर बंद हुआ.
साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - ओएनजीसी (9.96 फीसदी), टाटा मोटर्स (8.35 फीसदी), टाटा स्टील (7.38 फीसदी) और बजाज फाइनेंस (3.27 फीसदी).
सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - टीसीएस (5.17 फीसदी), कोटक बैंक (3.33 फीसदी), इंडसइंड बैंक (3.08 फीसदी) और आईटीसी (1.90 फीसदी).
आर्थिक मोर्चे पर, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के निदेशक मंडल ने 18 फरवरी को सरकार को 28,000 करोड़ रुपये अंतरिम लाभांश के रूप में हस्तांतरित करने को मंजूरी प्रदान की, ताकि आम चुनावों से पहले सरकार कल्याणकारी व्यय को पूरा कर सके और राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को काबू में रख सके.
वैश्विक मोर्चे पर, जापान के व्यापार घाटे में जनवरी में तेजी दर्ज की गई है और निर्यात में गिरावट दर्ज की गई, जो 8.4 फीसदी रही और कुल 5,574 अरब येन का निर्यात किया गया. यह दो सालों में सबसे कम है. जापान के वित्त मंत्रालय द्वारा 20 फरवरी को जारी आंकड़ों के मुताबिक जापान का व्यापार घाटा जनवरी में 50 फीसदी बढ़कर 1,415 अरब येन हो गया.
Source : IANS