पश्चिम बंगाल में चुनावी शंखनाद हो गया है. निर्वाचन आयोग ने बंगाल में विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल फूंक दिया है. 294 विधानसभा सीटों वाले बंगाल में 8 चरणों में मतदान होंगे, जिसकी शुरुआत 27 मार्च से हो जाएगी. बंगाल में पहले चरण का चुनाव 27 मार्च तो 8वें और आखिरी चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा. हालांकि बंगाल में 8 चरणों में चुनाव कराए जाने पर बवाल खड़ा हो गया है. सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर सवाल उठा दिए हैं और सीधा आरोप बीजेपी पर लगाया है. हालांकि बीजेपी पर ममता के आरोप के बीच कांग्रेस ने ही पूरे विवाद पर जवाब दे डाला है.
यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री मोदी आज 'भारत खिलौना मेला 2021' का करेंगे उद्घाटन, 1000 से अधिक एक्जीबिटर पेश करेंगे अपने खिलौने
चुनाव आयोग पर ममता बनर्जी के उठाए सवाल
चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान करने के ठीक बाद ममता बनर्जी ने प्रेस वार्ता की और सवाल उठाए हुए कहा कि आठ चरणों में चुनाव किसको फायदा पहुंचाने के लिए रखा गया है. उन्होंने कहा कि मैं चुनाव आयोग के फैसले का सम्मान करती हूं, लेकिन जिलों में तोड़-फोड़ क्यों? साउथ 24 परगना हमारा गढ़ है, वहां 3 अलग-अलग चरणों में मतदान होगा. ममता बनर्जी ने कहा कि क्या यह पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की सुविधा के अनुसार किया गया है?
लड़ाई में अकेली पड़ीं ममता बनर्जी
ममता बनर्जी के इन आरोपों पर बीजेपी ने तो पलटवार किया, साथ ही चुनाव आयोग पर उठाए गए सवालों पर कांग्रेस ने भी जवाब दिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से गुहार लगाई कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान सुरक्षा का इंतजाम ऐसा हो कि लोग बिना डरे चुनाव में भाग ले सकें. इसलिए चुनाव आयोग ने निर्णय लिया है कि बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होंगे. मसलन चुनाव आयोग पर सवाल खड़े कर रहीं ममता बनर्जी इस लड़ाई में अकेली पड़ गई हैं.
यह भी पढ़ें : कांग्रेस में बगावत, 'उत्तर-दक्षिण' बयान पर जी-23 का धमाका जम्मू में संभव!
ममता के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार
इससे पहले बीजेपी ने भी ममता बनर्जी पर आरोपों पर जवाब दिया. बंगाल में 8 चरणों में चुनाव को लेकर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि पिछली बार भी 6 चरणों में चुनाव हुए थे, 8 चरणों में चुनाव होने के लिए अगर कोई जवाबदेह है तो TMC और ममता जवाबदेह है. आम आदमी से पूछेंगे तो वो जश्न मना रहा होगा. भय और हिंसा से लोकतंत्र नहीं चलता. वहीं बीजेपी की बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि हर बूथ में सेंट्रल फोर्स हो तभी निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव हो सकेगा. चुनाव आयोग भी इस दिशा में काम कर रहा है. भाजपा पूरी तरह तैयार है. संगठन नीचे तक मजबूत हुआ है. TMC के बहुत से दिग्गज नेता भाजपा में शामिल हुए हैं और भी लोग आने वाले हैं.
294 सीटों के लिए आठ चरणों में चुनाव होंगे
बता दें कि पश्चिम बंगाल की कुल 294 सीटों के लिए आठ चरणों में चुनाव होंगे. चुनाव आयोग के मुताबिक, दो मार्च को पहले चरण की अधिसूचना जारी होगी, 27 मार्च को मतदान होगा, दो मई को नतीजे आएंगे. इसी तरह दूसरे चरण में बांकुरा, पश्चिम मेदिनीपुर सहित चार जिलों की 30 विधानसभा सीटों के लिए एक अप्रैल को मतदान होगा. बंगाल में तीसरे चरण की अधिसूचना 12 मार्च को जारी होगी और छह अप्रैल को मतदान होगा. तीसरे चरण में कुल 31 विधानसभा सीटों पर चुनाव होगा. चौथे चरण की पांच जिलों की 44 विधानसभा सीटों के लिए अधिसूचना 16 मार्च को जारी हो जाएगी और 10 अप्रैल को मतदान होगा.
यह भी पढ़ें : Assembly elections 2021: किस राज्य में कब और कितने चरणों में होगी वोटिंग, पढ़ें यहां
सभी चरणों के नतीजे एक साथ दो मई को
पांचवें चरण की 45 विधानसभा सीटों के लिए अधिसूचना 23 मार्च को जारी होगी, मतदान 17 अप्रैल को होगा. छठें चरण की अधिसूचना 26 मार्च को जारी होगी, मतदान 22 अप्रैल को होगा. छठें चरण में कुल चार जिलों की 43 विधानसभा सीटों पर चुनाव कराए जाएंगे. सातवें चरण की अधिसूचना 31 मार्च को जारी होगी, 26 अप्रैल को मतदान होगा. सातवें चरण में 36 सीटों पर चुनाव होंगे. इसी तरह आठवें चरण की 35 विधानसभा सीटों के लिए भी अधिसूचना 31 मार्च को जारी होगी और मतदान 29 अप्रैल को होगा. सभी चरणों के नतीजे एक साथ दो मई को आएंगे.
HIGHLIGHTS
- पश्चिम बंगाल में बज गया है चुनावी बिगुल
- ममता ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
- बीजेपी के साथ कांग्रेस ने भी दिया ममता को जवाब