पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यालय, पार्टी नेताओं और उनके घरों पर हो रहे हमले के खिलाफ पार्टी के एक प्रतिनिधमंडल ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इन नेताओं ने मांग की है कि राज्य के कानून व्यवस्था की समीक्षा की करें।
राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में गए इस दल ने गृहमंत्री से शिकायत की है कि मुख्यमंत्री खुद राज्य में कानून व्यवस्था बिगाड़ने का काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की शह पर इस तरह की हिंसा हो रही है और पुलिस मूक दर्शक बनकर तमाशा देख रही है।"
विजयवर्गीय ने कहा, " राज्य में स्थिति गंभीर है और ऐसे में कानून और व्यवस्था की समीक्षा की जानी चाहिए।.... ऐर ये देखा जाना चाहिये कि राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में सक्षम है या नहीं।"
राजनाथ सिंह से मुलाकात करने वाले नेताओं में कैलाश विजयवर्गीय के साथ केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो और सिद्धार्थ नाथ सिंह भी शामिल थे।
बीजेपी नेताओं ने गृहमंत्री को जानकारी दी कि चिटफंड घोटाले के आरोप में टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी के बाद से ही पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं और कार्यालयों पर हमले हो रहे है। जो सीधे संवैधानिक नियमों का उल्लंघन है। इन नेताओं ने मांग की कि गृहमंत्रालय को इस संबंध में पश्चिम बंगाल सरकार से जबाव मांगना चाहिये।
चिटफंड घोटाले की सीबीआइ की जांच और उसमें टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी से बीजेपी का कोई लेना देना नहीं है। विजयवर्गीय ने कहा कि इसके बावजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है।
विजयवर्गीय ने बताया कि गृहमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि वो मामले की रिपोर्ट मंगा रहे है और आगे भी जो कदम उठाना होगा, वो उठाए जाएंगे।
कैलाश विजयवर्गीय का कहना है कि धूलागढ़ में हिंसा सांप्रदायिक दंगा है, जिसमें पथराव करने वालों का चेहरा साफ दिख रहा है। फिर भी मुख्यमंत्री कह रही हैं कि वह सांप्रदायिक दंगा नहीं है।
Source : News Nation Bureau