केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में रामपुरहाट के सरकारी गेस्ट हाउस में अस्थायी कैम्प ऑफिस खोला है. कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ही बीरभूम हिंसा की जांच कर रही है. इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर पुलिस ने राज्य भर में बमों और अवैध हथियारों के खिलाफ अभियान छेड़ा हुआ है. अभी तक चार सौ से अधिक बम और करीब 20 हथियार व एक दर्जन से अधिक गोलियां बरामद की गई है. गौरतलब है कि रामपुर हाट में 21 मार्च को अज्ञात लोगों ने कुछ घरों में आग जलाकर आठ लोगों की हत्या कर दी थी. स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज करके 10 लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया था.
बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में हुई हिंसा के मामले में जांच के लिए शनिवार को सीबीआई की टीम इलाके में पहुंची. सूत्रों के मुताबिक 30 सदस्यीय टीम तीन भागों में बांट कर जांच शुरू करेगी. पहली टीम रामपुरहाट थाने में जाकर पुलिस से केस डायरी तथा सभी दस्तावेज अपने हाथों में लेगी. वहीं दूसरी टीम घटनास्थल पर पहुंच कर जांच करेगी तथा नमूना संग्रह करेगी, जबकि तीसरी टीम जांच के सिलसिले में मृतकों के परिजनों से बातचीत करेगी.
इसके बाद हाईकोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुये सीबीआई को इसके जांच के आदेश दिये थे. सीबीआई की टीम 25 मार्च को बीरभूम पहुंची और घटनास्थल से नमूने एकत्रित किये. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य ने तृणमूल कांग्रेस पर आरोपियों को शरण देने का आरोप लगाया है. भाजपा ने पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर मामले को ढंकने का आरोप भी लगाया है. तृणमूल कांग्रेस ने सभी आरोपों से इनकार किया है. सीबीआई को जांच की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद राज्य सरकार ने कहा कि वह मामले की निष्पक्ष जांच में एजेंसी की मदद करेगी.
गौरतलब है कि गत 21 मार्च तृणमूल कांग्रेस के नेता एवं रामुपर हाट गांव के स्थानीय उपाध्यक्ष भादू शेख की मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने हत्या कर दी थी. इस हत्या के बाद भड़की भीड़ ने कई घरों को आग के हवाले कर दिया था. अगले दिन पुलिस ने महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम आठ लोगों के जले शव बरामद किये थे.
HIGHLIGHTS
- सीबीआई ने रामपुरहाट के सरकारी गेस्ट हाउस में अस्थायी कैंप ऑफिस खोला
- 30 सदस्यीय टीम तीन भागों में बंट कर रही है 8 लोगों की नृशंस हत्या की जांच
- इस बीच पुलिस ने अवैध हथियारों के खिलाफ छेड़ रखा है छापेमारी का अभियान