राजस्थान के मौजूदा राजनीतिक संकट में सचिन पायलट के साथ गए कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह व रमेश मीणा ने मंगलवार को कहा कि वे मौजूदा संकट में यह रुख इसलिए अपना रहे हैं क्योंकि उनके नेता को परेशान किया जा रहा है. इन विधायकों का यह संयुक्त बयान कांग्रेस पार्टी द्वारा उन्हें मंत्री पदों से हटाए जाने के थोड़ी देर पहले आया.
सिंह, मीणा व एक और विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत के हस्ताक्षर से यह बयान सचिन पायलट के आधिकारिक मीडिया ग्रुप में शेयर किया गया. हालांकि कांग्रेस ने थोड़ी देर बाद ही पायलट, मीणा व सिंह को उनके मंत्री पद से हटाने की घोषणा कर दी.
बयान के अनुसार, “उनके नेता को पुलिस के विशेष कार्यबल (एसओजी) द्वारा नोटिस दिए जाने के कारण वे ऐसा रुख ले रहे हैं.” इसमें कहा गया है कि हमने सालों साल पार्टी के लिए समर्पण, निष्ठा व सेवा भाव से काम किया है. हम अपने स्वाभिमान को बचाने के लिए वे यह रुख अपना रहे हैं.
बयान में आगे कहा गया कि भारतीय लोकतंत्र व कांग्रेस पार्टी में यह अप्रत्याशित है जिसके लिए हमने खून पसीना बहाया. सचिन पायलट के नेतृत्व में हमने पिछले छह साल में पार्टी को मजबूत बनाने और सत्ता में लाने के लिए हर संभव प्रयास किया है. बयान में इन नेताओं ने कहा है,“नेता सचिन पायलट का सार्वजनिक तौर पर अनादर पूरी तरह अस्वीकार्य है.
शाम साढ़े सात बजे CM आवास पर होगी कैबिनेट मीटिंग, मंत्रियों का हो सकता है सामूहिक इस्तीफा
राजस्थान में चल रहे पॉलिटिकल ड्रामे में सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया. इसके अलावा उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है. अब सीएम अशोक गहलोत ने आज शाम 7:30 बजे मुख्यमंत्री निवास पर राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है. इस मीटिंग में मंत्रियों का सामूहिक इस्तीफा हो सकता है ताकि नए मंत्रिमंडल का गठन हो सके.
राजस्थान सरकार के सियासी संकट में मंगलवार को हुई बड़ी उलटफेर के बाद पूर्व उप मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट अब बुधवार सुबह 10 बजे अपनी बात रख सकते हैं. पायलट मंगलवार शाम 5 बजे बयान जारी करने वाले थे लेकिन अब सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि उन्होंने प्रेस कॉनफ्रेंस स्थगित कर बुधवार को तय की.
What anti-party statement did we make?We only wanted to get high command's attention to promises in our manifesto as we haven't been able to deliver them in close to 2 yrs of being in power. For what fault was action taken?: Vishvendra Singh,who was dropped as minister #Rajasthan pic.twitter.com/e0DnKEXOE9
— ANI (@ANI) July 14, 2020
इससे पहले अशोक गहलोत सरकार में बगावत करने पर सचिन पायलट को डिप्टी सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से बर्खास्त कर दिया गया. कांग्रेस की ओर से उठाए गए इस कदम के तुरंत बाद उन्होंने अपनी ट्विटर प्रोफाइल में बड़ा बदलाव किया. पायलट ने अपने ट्विटर अकाउंट के बायो से कांग्रेस हटा लिया है और अपने ट्विटर प्रोफाइल पर अब केवल टोंक विधायक लिख रखा है.
बीजेपी ने कहा दोनों में 36 का आंकड़ा
राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जो हुआ वो पहले से ही तय तग रहा था. सब जानते थे कि दोनों के बीच 36 का आंकड़ा था और कांग्रेस हम पर आरोप लगा रही है, लेकिन हमने कहा था कि अगर कांग्रेस डूबेगी तो अपने से ही. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर गहलोत में दम है तो पहले फ्लोर टेस्ट कराएं. आज की तारीख में गहलोत की सरकार अल्पमत में है.
Source : News Nation Bureau