Advertisment

क्या है ल्यूकेमिया जिससे हार गए बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर?

बॉलीवुड के करिश्माई स्टार ऋषि कपूर का गुरुवार को निधन हो गया. वह पिछले दो सालों से ल्यूकेमिया नाम की बीमारी से जूझ रहे थे. ल्यूकेमिया कैंसर का एक प्रकार है. 2018 में ऋषि कपूर इलाड के लिए न्यूयॉर्क भी गए थे.

author-image
Yogendra Mishra
New Update
rishi kapoor

ऋषि कपूर।( Photo Credit : फाइल फोटो।)

Advertisment

बॉलीवुड के करिश्माई स्टार ऋषि कपूर का गुरुवार को निधन हो गया. वह पिछले दो सालों से ल्यूकेमिया नाम की बीमारी से जूझ रहे थे. ल्यूकेमिया कैंसर का एक प्रकार है. 2018 में ऋषि कपूर इलाड के लिए न्यूयॉर्क भी गए थे. 2019 में एक इंटरव्यू में ऋषि कपूर ने अपने फैन्स को बताया था कि उनका कैंसर ठीक हो रहा है. वह कुछ हफ्तों में ही घर लौट आएंगे. हालांकि, इस खतरनाक बीमारी ने उनका पीछा नहीं छोड़ा और 67 साल की उम्र में उन्होंने अपने परिवार और प्रशंसकों को अलविदा कह दिया. आइए जानते हैं कि ल्यूकेमिया क्या है? 

ल्यूकेमिया एक तरह का ब्लड कैंसर है जो शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या में बढ़ोतरी की वजह से होता है. व्हाइट ब्लड सेल्स, रेड ब्लड सेल्स पर हावी हो जाते हैं और शरीर के स्वस्थ्य रहने में अहम भूमिका निभाने वाले प्लेटलेट्स पर भी वर्चस्व हासिल कर लेते हैं. व्हाइट ब्लड सेल्स की अधिक मात्रा के कारण शरीर को बेहद नुकसान पहुंचने लगता है.

यह भी पढ़ें- बीसीसीआई के कोचों ने आनलाइन सत्र में भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की

ल्यूकेमिया में अलग-अलग तरह की समस्याएं हो सकती हैं. इसकी शुरुआती स्टेज में बीमारी का कोई संकेत नहीं मिलता, ल्यूकेमिया में कमजोरी या थकान, ब्लीडिंग जल्दी होना, बुखार, बार-बार इन्फेक्शन होना, हड्डियों में दर्द होना, वजन कम होना, सांस में तकलीफ, पसीना आना, सिर दर्द, उल्टी जैसी शिकायतें होती हैं.

यह भी पढ़ें- 'पापा' मैं आपको कभी भूल नहीं पाउंगी, बेटी रिद्धिमा ने ऋषि कपूर को ऐसे किया याद

मेडिकल की प्रमुख वेबसाइट वेबएमडी के मुताबिक, ल्यूकोमिया की स्पष्ट वजह के बारे में किसी को नहीं पता है. जिन लोगों में ये होता है, उनमें असामान्य क्रोमोसोम्स होते हैं लेकिन क्रोमोसोम्स के कारण ल्यूकेमिया नहीं होता है. ल्यूकेमिया को रोका नहीं जा सकता है लेकिन कुछ चीजें हैं जिससे इसका खतरा और भी बढ़ जाता है. जैसे स्मोकिंग, विकिरण या कुछ केमिकल्स के संपर्क में ज्यादा आना, परिवार में किसी को ल्यूकोमिया होना, किसी तरह का जेनेटिक डिसऑर्डन होना.

क्या होता है ल्यूकेमिया में

खून तीन तरह की कोशिकाओं से बना होता है. व्हाइट ब्लड सेल्स जो संक्रमण से लड़ते हैं, रेड ब्लज सेल्स जो ऑक्सीजन का वहन करते हैं और प्लेटलेट्स जो खून के थक्के बनने से रोकते हैं. हर दिन बोन मैरो (अस्थिमज्जा) अरबों की संख्या में नए ब्लड सेल्स बनाते हैं और इनमें से अधिकतर रेड सेल्स ही होते हैं. लेकिन ल्यूकेमिया होने पर शरीर में जरूरत से ज्यादा व्हाइट सेल्स बनने लगते हैं. ल्यूकेमिया सेल्स संक्रमण से उस तरह से नहीं लड़ पाते हैं जिस तरह से सामान्य ब्लड सेल्स लड़ते हैं.

यह भी पढ़ें- अंतिम समय में अपनी ही फिल्म के गाने को सुनकर खुश हुए थे ऋषि कपूर, देखें Viral Video

ज्यादा संख्या में होने के कारण शरीर के दूसरे अंगों के काम करने के तरीकों पर असर पड़ता हैं. एक समय ऐसा आता है जब शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए पर्याप्त रेड ब्लड सेल्स ही नहीं रह जाते इसके अलावा, ल्यूकेमिया में प्लेटलेट्स भी ब्लड को जमने से नहीं रोक पाते हैं. शरीर में सामान्य व्हाइट ब्लड सेल्स के पर्याप्त संख्या में न होने पर किसी भी तरह के संक्रमण से लड़ने की क्षमता भी खत्म होने लगती है. जिसके कारण इंसान जल्दी-जल्दी बीमार होने लगता है.

Source : News Nation Bureau

bollywood Rishi Kapoor Leukemia
Advertisment
Advertisment
Advertisment