कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में हुए 18वीं लोकसभा चुनावों में वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों पर जीत हासिल की है. ऐसे में अब वह किस सीट का प्रतिनिधित्व करेंगे और कौन सी सीट खाली करेंगे, इसका फैसला तीन से चार दिनों में हो जाएगा. कांग्रेस ने शनिवार को इसकी जानकारी दी है. पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि, किसी भी स्थिति में फैसला 17 जून से पहले लेना होगा. 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 15 जून के आसपास शुरू होने की संभावना है.
वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से कहा, ''बेशक, यह फैसला 17 तारीख से पहले लेना होगा... यह तीन से चार दिनों के भीतर आ जाएगा.'' कांग्रेस महासचिव कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
गौरतलब है कि, कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी वायनाड सीट से सांसद थे, उन्हें लगातार दूसरी बार इस सीट से सांसद चुना गया है. भारतीय चुनाव आयोग (ECI) की मानें तो, उन्हें 647,445 वोट, तकरीबन 60% वोट मिले, जबकि उनकी उपविजेता, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) की एनी राजा को 283,023 (26% वोट) मिले.
वहीं दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश के रायबरेली क्षेत्र में, उन्होंने 687,649 (66%) वोट हासिल किए, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिनेश प्रताप सिंह 297,619 (29%) वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. गांधी ने अपनी मां और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष, 5 बार की रायबरेली सांसद सोनिया गांधी के स्वास्थ्य कारणों से फरवरी में सीट खाली करने और राज्यसभा में चले जाने के बाद यहां से चुनाव लड़ा था.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, भारत में लोकसभा या विधानसभा (राज्य) का चुनाव लड़ने वाला व्यक्ति अधिकतम दो सीटों से खड़ा हो सकता है. यदि वे दोनों जीतते हैं, तो उन्हें एक को छोड़ना होगा; परिणामी रिक्ति को भरने के लिए उपचुनाव आयोजित किया जाता है.
2019 के आम चुनावों में, राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के अमेठी से खड़े हुए - उन्होंने 2004, 2009 और 2014 में जीत हासिल की - साथ ही वायनाड से भी जीते. वह भाजपा की स्मृति ईरानी से हार गए लेकिन वायनाड में विजयी रहे.
Source : News Nation Bureau