राजस्थान के अलवर में दलित परिवार के धर्मांतरण का मामला सामने आया है. सिर्फ अलवर ही नहीं पूरे मेवात में पिछले कुछ सालों में हिंदुओं का तेजी से धर्मपरिवर्तन किया गया है. जानकारी के मुताबिक मेवात में हिंदुओं की आबादी तेजी से घट रही है. साल 2005 में बने मेवात जिले में कुल 443 गांव हैं. मेवात में 103 गांव ऐसे जिनमें एक भी हिन्दू परिवार नहीं है. ताजा मामला मेवात के मेमचंद का सामने आया है जिन्हें साल 2018 में जबरन धर्म परिवर्तन कर मुसलमान बनाया गया है. इस्लाम कबूल करने के लिए मेमचंद के परिवार को बंधक बनाकर रखा गया और उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई.
मेमचंद का अपहरण करके उनका खतना कर दिया गया और उन्हें गोमांस खिलाकर उन्हें देश की अलग-अलग कई मस्जिदों में ले जाया गया. इन सब प्रक्रियाओं के बाद मेमचंद को हज के लिए मक्का भेज दिया गया. मेम चंद के पिता का नाम भी मुस्लिम कर दिया गया और उनके शरीर पर बने हिन्दू टैटू मिटा दिए गए. अगर मेवात जिले के आंकड़ों पर गौर करें 82 गांव ऐसे हैं जिनमें 5 से कम हिंदू परिवार हैं. इसी मामले में विश्व हिंदू परिषद ने मई 2020 में मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपी थी. इसमें कहा गया कि हिंदुओं पर काफी अत्याचार किए जाते हैं. कई हिंदुओं की जमीनों पर भी जबरन कब्जा कर लिया गया. इस्लाम कबूल ना करने वालों के साथ मारपीट की जाती है. इसी डर के कारण हिंदू परिवार यहां से पलायन करने पर मजबूर हैं. आज देश की बहस डिबेट शो में मेमहानों के साथ वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया 'देश में धर्मांतरण जेहाद की घोर साजिश पर लगाम कब?' मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं.
Source : News Nation Bureau