आर्यन खान ड्रग केस (Aryan khan drug case) की जांच अब समीर वानखेड़े की जगह संजय सिंह (Sanjay singh) के हाथों में सौंप दी गई है. जब से संजय सिंह को यह केस सौंपा गया है, तब से लोगों के जेहन में सवाल उठ रहा है कि इतने हाईप्रोफाइल मामले को संभालने वाला यह अफसर है कौन. तो आपको बता दें कि संजय सिंह 1996 बैच के ओडिशा कैडर के आईपीएस अफसर हैं. संजय सिंह के प्रोफाइल की खास बात ये है कि वह पहले भी कई हाईप्रोफाइल मामलों को संभाल चुके हैं.
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संजय सिंह को ड्रग्स से जुड़े मामलों में काफी अनुभवी माना जाता है. संजय सिंह फिलहाल एनसीबी (नार्कोटिक्स कंटोल ब्यूरो) में ही डिप्टी डायरेक्टर जनरल के तौर पर काम कर रहे हैं. इससे पहले वह ओडिशा में ट्विन सिटी में तमाम पदों पर काम कर चुके हैं. उनकी खास चर्चा ट्विन सिटी में एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स का नेतृत्व करने के लिए की जाती है. संजय सिंह को समीर वानखेड़े के छह केस सौंपे गए हैं. संजय सिंह आर्यन खान केस और नवाब मलिक के दामाद वाले मामले की भी जांच करेंगे. इसके अतिरिक्त चार और मामले हैं, जिनकी जिम्मेदारी संजय सिंह को दी गई है. अगर परफॉर्मेंस की बात करें तो संजय सिंह को सबसे पहले ओडिश पुलिस में ही आईजी के जिम्मेदारी दी गई थी. उनके बेहतरीन काम को देखते हुए बाद में उन्हें सीबीआई में उपमहानिरीक्षक के रूप में
नियुक्ति दी गई. बाद में वह एनसीबी में आ गए.
दूसरी तरफ समीर वानखेड़े को हटाने की बात करें तो तमाम लोग यह मान रहे हैं कि समीर वानखेड़े पर गंभीर आरोप लग रहे हैं, इसलिए उन्हें केस से हटाया गया है. वहीं, समीर वानखेड़े का कहना है कि उन्हें केस से हटाया नहीं गया बल्कि उन्होंने खुद याचिका देकर इसकी जांच केंद्रीय एजेंसी से कराने की मांग की थी. इसलिए आर्यन और समीर खान केस की जांच अब दिल्ली एनसीबी की एसआईटी करेगी.
Source : News Nation Bureau