देश में कोरोना संक्रमण की रफ़्तार धीमी पड़ गई है, लिहाजा राज्य सरकारों ने अपने यहां कोरोना पाबंदियों में ढील देनी शुरू कर दी है. स्कूल-कॉलेजों को भी खोलने की तैयारी चल रही है. हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना का प्रभाव कम जरूर हुआ है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. यही नहीं कोरोना की तीसरी लहर की भी आशंका जताई जा रही है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO की मुख्य वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने बड़ा बयान दिया है. सौम्या ने कहा कि लोगों को अभी कुछ और समय के लिए सभी COVID प्रोटोकॉल को बनाए रखना चाहिए. अभी हमें लगातार केयरफुल रहने की जरूरत है, लापरवाही भारी पड़ सकती है. उन्होंने कहा कि कोरोना से सावधानी के लिए अगले 6 महीने अतिमहत्वपूर्ण हैं. अगर तब तक वैक्सीनेशन कवरेज अच्छा रहेगा और एक बड़ी आबादी को टीका लग चुका होगा तो चीजों में सुधार देखने को मिलेगा.
यह भी पढ़ें : Tokyo Olympics: बजरंग पूनिया ने दर्ज की शानदार जीत, बने क्वार्टर फाइनलिस्ट
आपको बता दें कि कोरोना की विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तीसरी लहर की आशंका और डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते प्रकोप को गहरी चिंता जताई है. यही वजह है कि डब्ल्यूएचओ ने सभी देशों से वैक्सीनेशन अभियान तेज करने की अपील की है. डब्ल्यूएचओ ने सितंबर के अंत तक सभी देशों को अपनी आबादी का 10 प्रतिशत वैक्सीनेशन का आग्रह किया है. डब्ल्यूएचओ ने 2021 के अंत तक कम से कम 40 प्रतिशत और 2022 के तक 70 प्रतिशत वैक्सीनेश होने का अनुमान जताया है. दरअसल, डब्ल्यूएचओ लगातार कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर हिदायत दे रहा है. संगठन की ओर से कहा जा रहा है कि कोरोना को लेकर अभी किसी तरह की ढील नहीं की जानी चाहिए. क्योंकि कोरोना गति धीमी जरूर पड़ी है, लेकिन खतरा अभी बरकरार है.
यह भी पढ़ेंः राजीव गांधी नहीं अब मेजर ध्यानचंद के नाम से दिया जाएगा खेल रत्न पुरस्कार
कोरोना के वैश्विक मामले बढ़कर 20.07 करोड़ हो गए हैं, जबकि इससे होने वाले मौतों की संख्या बढ़कर 42.6 करोड़ हो गई है. वहीं अबतक 4.30 अरब से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है. शुक्रवार की सुबह अपने नवीनतम अपडेट में, यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने खुलासा किया कि वर्तमान वैश्विक मामले, मरने वालों की संख्या और टीकाकरण की संख्या क्रमश: 200,799,056, 4,266,201 और 4,305,633,910 हो गई है.
Source : News Nation Bureau