डब्ल्यूएचओ (WHO) के दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पीके सिंह ने सोमवार को भारत सरकार की जमकर तारीफ की. उन्होंने डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की मेजबानी करने के लिए सरकार की सराहना की. उन्होंने कहा कि यह वैश्विक स्वास्थ्य और भलाई को आगे बढ़ाने के लिए पारंपरिक चिकित्सा की पूरी क्षमता का उपयोग करने के उद्देश्य से उठाया गया यह बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने आशा व्यक्त की है कि जामनगर का यह ग्लोबल सेंटर उत्कृष्टता का केंद्र होगा, जो तथ्यों के इस्तेमाल और आयुर्विज्ञान को सीखने की परंपरा को बढ़ावा देगा. इसके साथ ही यह सुरक्षित, प्रभावी और साक्ष्य-आधारित पारंपरिक दवाएं देने में मददगार साबित होगा.
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह केंद्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणालियों में चिकित्सा की पारंपरिक प्रणालियों के अंतर-निर्माण की सुविधा प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा. यह सभी उम्र के लोगों के लिए स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करने और कल्याण को बढ़ावा देने के एसडीजी 3 लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए प्राचीन ज्ञान का लाभ उठाने के लिए आधुनिक विज्ञान को लागू करेगा. गौरतलब है कि केंद्र की मोदी सरकार ने देश के अलग-अलग क्षेत्रों में प्रचलित प्राचीन उपचार पद्धति को मान्यता देने के साथ ही प्राचीन उपचार पद्धति को नई वैज्ञानिक पद्धति से तालमेल कर एक नए कलेवर में पेश करने की तैयारी में है. ताकि भारतीय पद्धति को वैज्ञानिक रूप से साबित कर दुनियाभर में लोकप्रिय बनाया जाए.
HIGHLIGHTS
- जामनगर में बना डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन
- पारंपरिक चिकित्सा को आधुनिक विज्ञान से जोड़ने से बढ़ेगी विश्वसनीयता
- सुरक्षित, प्रभावी और साक्ष्य-आधारित पारंपरिक दवाओं से मिलेगा लाभ