शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने बुधवार को ऐसा दावा किया, जिससे कांग्रेस असहज हो सकती है और महाराष्ट्र में चल रही उद्धव ठाकरे की सरकार पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है. संजय राउत ने दावा किया था कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) मुंबई में तब के डॉन करीम लाला से मिलने आती थीं. 1960 के दशक से 1980 के दशक तक मुंबई में शराब की तस्करी, जुआ और जबरन वसूली रैकेट चलाने वाले लाला की 2002 में मृत्यु हो गई. एक मीडिया समूह को दिए साक्षात्कार में संजय राउत ने कहा कि तब डॉन लोग तय करते थे कि पुलिस आयुक्त कौन बनेगा, मंत्रालय (सचिवालय) में कौन बैठेगा. राउत ने यह भी कहा, हाजी मस्तान के आने पर पूरा मंत्रालय उसे देखने नीचे आ जाता था. जानें कौन था करीम लाला:
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- करीम लाला का असली नाम अब्दुल करीम शेर खान था.
- उसका जन्म 1911 में अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में हुआ था.
- उसे पश्तून समुदाय का आखिरी राजा भी कहा जाता है.
- उसका परिवार काफी संपन्न था.
- वह कारोबारी खानदार से ताल्लुक रखता था.
- जिंदगी में ज्यादा कामयाबी हासिल करने की चाह ने उसे हिंदुस्तान की तरफ जाने के लिए प्रेरित किया था.
- हाजी मस्तान मिर्जा को भले ही मुंबई अंडरवर्ल्ड का पहला डॉन कहा जाता है, लेकिन अंडरवर्ल्ड के जानकार बताते हैं कि सबसे पहला माफिया डॉन करीम लाला था.
- खुद हाजी मस्तान भी असली डॉन करीम लाला को कहा करता था.
- करीम लाला का आतंक मुंबई में सिर चढ़कर बोलता था.
- मुंबई में तस्करी समते कई गैर कानूनी धंधों में उसके नाम की तूती बोलती थी.
- बताया जाता है कि वह जरूरतमंदों और गरीबों की मदद भी करता था.
- बताते हैं कि एक बार में दाऊद इब्राहिम मुंबई में ही करीम लाला के हत्थे चढ़ गया था.
- दाऊद को पकड़ने के बाद करीम लाला ने जमकर उसकी पिटाई की थी.
- इस दौरान दाऊद को गंभीर चोटें आई थीं. यह बात मुंबई के अंडरवर्ल्ड में आज भी प्रचलित है.
- 1981 में करीम लाला के पठान गैंग ने दाऊद इब्राहिम के भाई शब्बीर की दिन दहाड़े हत्या कर दी थी.
- शब्बीर की मौत के ठीक पांच साल बाद 1986 में दाऊद इब्राहिम के गुर्गों ने करीम लाला के भाई रहीम खान को मौत के घाट उतार दिया था.
- 90 साल की उम्र में 19 फरवरी, 2002 को मुंबई में ही करीम लाला की मौत हो गई थी.
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21 साल की उम्र में आया था हिंदुस्तान
- अब्दुल करीम शेर खान उर्फ करीम लाला ने 21 साल की उम्र में हिंदुस्तान आने का फैसला किया था.
- वह पाकिस्तान के पेशावर शहर के रास्ते मुंबई पहुंचा था.
- करीम लाला ने मुंबई में दिखाने के लिए तो कारोबार शुरू कर दिया था, लेकिन हकीकत में वह मुंबई डॉक से हीरे और जवाहरात की तस्करी करने लगा था.
- 1940 तक उसने इस काम में एक तरफा पकड़ बना ली थी.
- तस्करी के धंधे में उसे काफी मुनाफा हो रहा था. पैसे की कमी नहीं थी.
- इसके बाद उसने मुंबई में कई जगहों पर दारू और जुए के अड्डे भी खोल दिए.
- उसका काम और नाम दोनों ही बढ़ते जा रहे थे.
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फिल्म उद्योग का करीबी था लाला
- करीम लाला को फिल्म उद्योग के करीब माना जाता था.
- अभिनेत्री हेलन एक बार मदद के लिए करीम लाला के पास आई थीं.
- हेलन का एक दोस्त पीएन अरोड़ा उसकी सारी कमाई लेकर फरार हो गया था.
- वो पैसे वापस देने से मना कर रहा था.
- हताश होकर हेलन सुपरस्टार दिलीप कुमार के माध्यम से करीम लाला के पास पहुंचीं.
- दिलीप कुमार ने उन्हें करीम लाला के लिए एक खत भी लिखकर दिया.
- करीम लाला ने इस मामले में मध्यस्थता की और हेलन का पैसा वापस मिल गया था.
Source : News Nation Bureau