अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की लगभग पूरी तैयारी हो चुकी है. 22 जनवरी को पीएम मोदी इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे. ऐसे में गर्भगृह में कौन-कौन लोग मौजूद रहेंगे, इसकी जानकारी जानने के लिए लोगों में दिलचस्पी देखी गई. आपको बता दें कि इस गर्भगृह में पीएम मोदी के साथ यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, सरसंघ संचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और राम मंदिर के मुख्य प्रभारी सत्येन्द्र मौजूद रहेंगे. साथ ही पूजा के लिए आचार्यों की तीन टीमें भी बनायी गयी है. पहले दल का नेतृत्व स्वामी गोविंद देव गिरि करेंगे. दूसरी टीम का नेतृत्व कांची कामकोटि शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती करेंगे. इसके अलावा तीसरी टीम में काशी के 21 विद्वान हैं.
पूरे शहर में सनातन की छाप
जैसा कि आप जानते हैं कि प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान गर्भगृह का पर्दा बंद रहता है. पट्टी हटाने के बाद मूर्ति को दर्पण दिखाया जाता है ताकि भगवान स्वयं सबसे पहले अपना चेहरा देख सकें. इस कार्यक्रम को लेकर अयोध्या को एक अलग लुक देने की कोशिश की जा रही है. अयोध्या की मुख्य सड़कों को सूर्य थीम वाले सूर्य स्तंभों से सजाया जा रहा है. तीस फीट ऊंचे प्रत्येक स्तंभ पर एक सजावटी घेरा है, जो रात में रोशनी पड़ने पर सूर्य जैसा दिखता है. इस संबंध में उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग के अयोध्या मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 'धर्म पथ' मार्ग पर ऐसे 40 स्तंभ लगाए जाएंगे.
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राम की नगरी देख हर कोई भावुक
इस समय अयोध्या में देखने लायक नजारा है. अगर आप इस समय अयोध्या जाएंगे तो आपको पुरानी अयोध्या बिल्कुल भी देखने को नहीं मिलेगी. पूरे शहर को एक राजसी क्षेत्र में तब्दील किया जा रहा है, मानो भगवान राम ने स्वयं अपने अयोध्या को दुनिया का सबसे सुंदर नगर बनाने का आदेश दिया हो, ताकि जो भी आए उसे लगे कि यह अयोध्या है और इस अयोध्या है, यहां जो भी आए राम का हो जाए. आपको बता दें कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ खुद अयोध्या के विकास कार्यों को लेकर अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं. साथ ही स्थानीय प्रशासन भी इस काम को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है.
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Source : News Nation Bureau