खाने पीने की चीजों और प्राथमिक वस्तुओं की कीमतों में आई नरमी से जुलाई में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति दर घटकर 5.09 फीसदी रही, जोकि जून में 5.77 फीसदी थी। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी डब्ल्यूपीआई आंकड़ों के मुताबिक, साल 2017 के जुलाई में थोक मुद्रास्फीति दर बढ़कर 1.88 फीसदी रही थी।
मंत्रालय ने अपने समीक्षा बयान में कहा, 'चालू वित्त वर्ष में अब तक बिल्ड-अप मुद्रास्फीति दर 2.92 फीसदी रही है, जबकि पिछले साल के इसी महीने में यह 0.62 फीसदी थी।'
क्रमिक आधार पर, प्राथमिक वस्तुओं की कीमतों में 1.73 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि जून में इसमें 5.30 फीसदी की वृद्धि हुई थी। प्राथमिक वस्तुओं का डब्ल्यूपीआई में भार 22.62 फीसदी है।
इसी प्रकार, खाद्य पदार्थो की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई और यह 2.16 फीसदी रही। इसका डब्ल्यूपीआई में भार 15.26 फीसदी है।
ईंधन और बिजली श्रेणी का सूचकांक में 13.15 फीसदी भार है। इस श्रेणी में जुलाई में तेज महंगाई दर्ज की गई, जोकि 18.10 फीसदी रही, जबकि इसके पिछले महीने यह 16.18 फीसदी पर थी।
साल-दर-साल आधार पर प्याज की कीमतों में 38.82 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि आलुओं की कीमतों में भारी-भरकम 74.28 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
इसके विपरीत, कुल मिलाकर सब्जियों की कीमतों में 14.07 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जिसमें एक साल पहले इसी महीने में 22.01 फीसदी की तेजी आई थी।
प्रोटीन आधारित खाद्य पदार्थो जैसे अंडे, मांस, चिकन, मछलियां आदि की कीमतों में जुलाई में 0.87 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
Source : IANS