देश में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई जारी है. यही वजह है कि हर रोज वैक्सीनेशन के नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बड़ी खबर सामने आई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO जल्द दे सकता है Covaxin के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे सकता है. यह बात स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार ने शुक्रवार को कही. गौरतलब है कि भारत द्वारा निर्मित इस वैक्सीन को अभी तक डब्ल्यूएचओ ने इमरजेंसी रोगियों पर उपयोग की मंजूरी नहीं दी गई है.
आपको बता दें कि इससे पहले हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक की सह-संस्थापक और संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा एला ने कहा था कि वैक्सीन किसी भी राष्ट्र में प्रवेश करने में बाधा नहीं बननी चाहिए. ब्रिटेन के नए यात्रा प्रतिबंधों पर चल रहे क्रम के बीच, जो पूरी तरह से भारतीय टीकाकरण को भी गैर-टीकाकरण की तरह मान रहे हैं और उनके लिए 10 दिवसीय क्वारंटीन निर्धारित कर रहे हैं, उन्होंने कहा, टीके राष्ट्रों के लिए प्रवेश अवरोध नहीं होने चाहिए. यह रेखांकित करते हुए कि भारत ने दुनिया भर में कोविड-19 वैक्सीन की अरबों खुराक की आपूर्ति की है, सुचित्रा एला ने ट्वीट किया, हमारे टीके एक बार फिर साबित करेंगे कि वे विश्व स्तर के हैं.
यूके के नए नियमों के अनुसार, जिन भारतीय यात्रियों को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा निर्मित कोविशील्ड वैक्सीन की दोनों खुराक प्राप्त हुई है, उन्हें गैर-टीकाकरण माना जाएगा और उन्हें 10 दिनों के लिए क्वारंटीन अवधि से गुजरना होगा, हालांकि भारत द्वारा कड़ी आपत्ति जताए जाने के बाद यूके ने कोविशील्ड को एक स्वीकृत वैक्सीन के रूप में शामिल करने के लिए अपनी यात्रा नीति में संशोधन किया है.
Source : News Nation Bureau