भारत में विदेशी आक्रांताओं का पुराना इतिहास रहा है. साथ ही कई विवाद भी रहे. वहीं, इन आक्रांताओं का कुछ लोग गुणगान भी करते हैं. दरअसल, इरशाद राशिद नाम के शख्स के एक वीडियो पर FIR दर्ज हुई है. उसने सोमनाथ मंदिर से कुछ दूरी पर वीडियो बनाया था. वीडियो में मुस्लिम आक्रांता महमूद गजनवी की शान में कसीदे पढ़े थे.
सोमनाथ मंदिर पर हमला करने वाले गजनवी को महान बताया था. उसने आक्रांता गजनवी और मोहम्मद बिन कासिम की तारीफ की थी. भारत में हमला करने वाले शासकों की तारीफ की थी. हालांकि विवाद बढ़ने पर आरोपी इरशाद ने मांगी माफी. आरोपी ने किसी की आस्था को ठेस नहीं पहुंचाने का दावा किया. बताया जा रहा है कि इरशाद का एक साल पुराना वीडियो वायरल हुआ है. विवादित वीडियो वाले आरोपी इरशाद राशिद पर FIR दर्ज की गई है. सोमनाथ मंदिर के मैनेजर विनोद चावड़ा की शिकायत पर केस हुआ है. इरशाद राशिद पर भड़काऊ बयान और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है. तो सवाल उठता है कि आखिर देश को लूटने वाले आक्रांताओं का ये लोग क्यों करते है गुणगान और समाज में घोलते है नफरत का जहर. आक्रांताओं का गुणगान कर कट्टरपंथी क्यों घोल रहे हैं ज़हर ?. इसी मुद्दे पर दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas...यहां पढ़ें मुख्य.
जिस प्रकार से इतिहासकारों ने इतिहास लिखा है उसका उद्देश्य है कि किन राजाओं ने क्या गलतियां की है ताकि भविष्य में वो गलतियां दोहराई ना जाएः हाजी मोहम्मद सलीश, मुस्लिम धर्मगुरु
जिन्होंने जुल्म और ज्यातदी की वो तो चले गएः हाजी मोहम्मद सलीश, मुस्लिम धर्मगुरु
जिस प्रकार से आक्रांताओं ने देश को लूटा, खसोटा और देश की बहन बेटियों के साथ दुर्व्यहार किया वो गलत थाः स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, नेता, बीजेपी
भगवा कपड़ा हमारी देश की संस्कृति का प्रतीक है ये हमारे देश की शान हैः स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, नेता, बीजेपी
आग लगाने का काम आप लोग करते हैं जब सोमनाथ के मंदिर के सामने वो शख्स आक्रांताओं की प्रशंसा कर रहा था तब आपको इसकी निंदा करनी चाहिए थीः स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, नेता, बीजेपी
मैं स्वामी दयानंद का शिष्य हूं मुझे वेदों के बारे में पूरी जानकारी हैः स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, नेता, बीजेपी
मैं ऐसे किसी भी इतिहास को नहीं मानूंगा जो हमारे देश में नफरत पैदा करने का काम करेंः स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, नेता, बीजेपी
जो भी सोमनाथ मंदिर का वीडियो वायरल हो रहा है ऐसे लोगों की वजह से देश में साम्प्रदायिक दंगे होते हैंः बबिता शर्मा, दर्शक, जयपुर
अभी हमारे राम मंदिर का निर्माण के समय बहुत से मुस्लिम भाइयों ने खुलकर योगदान किया थाः बबिता शर्मा, दर्शक, जयपुर
ऐसे भड़काऊ वीडियो पोस्ट करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिएः बबिता शर्मा, दर्शक, जयपुर
इतिहास में बिलकुल ऐसी गलतियां पढ़ाई गईं हैं जो कि बिलकुल गलत हैः विष्णु शंकर जैन, एडवोकेट, सुप्रीम कोर्ट
इतिहास इसलिए भी पढ़ाया जाता है जिसको पढ़कर आज का राजा आज की गलतियों को ठीक कर सकेः विष्णु शंकर जैन, एडवोकेट, सुप्रीम कोर्ट
अगर फिरंगी इस देश में नहीं आए होते तो आज भी मुसलमानों की सत्ता इस देश में होतीः माजिद हैदरी, राजनीतिक विश्लेषक
आज भी किसान आंदोलन नहीं हो रहा होता और हम घरों में बैठकर अशर्फियां गिन रहे होतेः माजिद हैदरी, राजनीतिक विश्लेषक
इनकी जो सोच है वो इस देश को गजवाए हिन्द बनाना चाहते हैंः विष्णु शंकर जैन, एडवोकेट, सुप्रीम कोर्ट
अगर आज भी इनका शासन होता तो देश में महिलाओं का बलात्कार हो रहा होताः विष्णु शंकर जैन, एडवोकेट, सुप्रीम कोर्ट
जब आज की तारीख मेें माजिद हैदरी और इमाम साहब ऐसी बात कर रहे हैं तो उस समय के शासन में क्या कहतेः अवधेश कुमार, सीनियर जर्नलिस्ट
उनको ये पता होना चाहिए कि जब अंग्रेज भारत आए थे तब मुगलों का शासन कहां से कहां थाः अवधेश कुमार, सीनियर जर्नलिस्ट
इस्लामिक शासन तो इस्लामिक मुल्कों में भी नहीं है तो भारत में ऐसी बातें क्यों आ रही हैंः हाजी मोहम्मद सलीश, मुस्लिम धर्मगुरु
इसकी भी गलती सुधार लीजिए जब बौद्धों के मठों को तबाह किया गया, जैनियों का संहार किया गयाः हाजी मोहम्मद सलीश, मुस्लिम धर्मगुरु
क्या आप देश के अंदर हिन्दू एक्ट लाना चाहते हैंः हाजी मोहम्मद सलीश, मुस्लिम धर्मगुरु
आपको पता ही नहीं है भारतीय संस्कृति के बारे में पहले आप पढ़कर देखिए वैदिक संस्कृति किसे कहते हैंः स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, सांसद, बीजेपी
भारत में सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म को प्रचारित किया अपने पुत्र को उसके प्रचार के लिए देश के कोने-कोने में भेजाः अवधेश कुमार, सीनियर जर्नलिस्ट
बौद्ध धर्म और हिन्दू धर्म में जो हुआ है उसे शास्त्रार्थ कहते हैं कोई रक्त रंजित इतिहास नहीं रहा हैः अवधेश कुमार, सीनियर जर्नलिस्ट
HIGHLIGHTS
- इरशाद राशिद नाम के शख्स के वीडियो पर FIR दर्ज
- सोमनाथ मंदिर से कुछ दूरी पर बनाया था वीडियो
- मुस्लिम आक्रांता महमूद गजनवी की शान में पढ़े थे कसीदे
Source : News Nation Bureau