लोकसभा चुनाव के बाद संसद का पहला सत्र शुरू हुआ. आज यानि शुक्रवार को NEET पेपर लीक का मामला छाया रहा. इसकी तपिश संसद के अंदर भी दिखाई दी. विपक्ष के सदस्यों के भारी हंगामे के बीच पहले लोकसभा की कार्यवाही को रोकना पड़ा, इसके बाद राज्यसभा में इसका असर दिखाई दिया. राज्यसभा में भी भारी हंगामा देखने को मिला. यहां पर पैदा हुए हालात को देखकर सभा के चेयरमैन जगदीप धनखड़ काफी दुखी हो गए. उन्होंने कहा कि वह भारतीय संसदीय परंपरा की गिरावट को देखकर काफी दुखी और स्तब्ध हैं.
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जानें कार्रवाई के दौरान क्या हुआ
दरअसल, NEET पेपर लीक पर राज्यसभा में भी लोकसभा की तरह हंगामा देखने को मिला. विपक्षी दलों के सदस्य NEET पेपर लीक को लेकर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा से पहले बहस करवाने की जिद कर रहे थे. वहीं सरकार की ओर से मत था कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के बाद इस मुद्दे को लिया जाए. मगर विपक्षी दल के सदस्य इसे मानने को तैयार नहीं थे. चेयरमैन जगदीप धनखड़ उत्तेजित सदस्यों से लगातार शांति की अपील करते रहे. वे राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में शामिल होने का अनुरोध कर रहे थे. मगर विपक्ष के सदस्य इसे मानने को तैयार नहीं थे. इसके बाद विपक्षी ने वॉक आउट कर दिया.
मैं स्तब्ध और दुखी- धनखड़
राज्यसभा का संचालन शुक्रवार को खुद धनखड़ कर रहे थे. नीट पेपर लीक मामले में भड़के सांसदों को शांत रहने की अपील कर रहे थे. मगर उनके निर्देश का कही भी पालन नहीं हो रहा था. विपक्ष के आचरण और व्यवहार को देखकर सभापति धनखड़ ने कहा कि यह सब देखकर वे काफी हैरान और दुखी हैं. उन्होंने कहा, आज का दिन भारतीय संसद के इतिहास में सबसे दागी दिन है. इसकी गिरावट को देखकर वे काफी दुखी हैं. विपक्ष के नेता वेल तक पहुंच गए. ऐसा कभी नहीं देखा गया. धनखड़ ने कहा, मैं पीड़ित हूं, अचंभित हूं. आपको बता दें कि नीट पेपर लीक मामले में आज विपक्ष ने संसद में जमकर हंगामा किया. दूसरी तरफ सरकार का कहना है कि वह इस पर बहस को तैयार है. मगर ये राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के बाद होनी चाहिए.
Source : News Nation Bureau