दक्षिण भारत के दिग्गज नेता एम करुणानिधि का जन्म 3 जून 1924 को हुआ था. उनके पिता का नाम मुथुवेल और माता का नाम अंजुगम था. आज हम जिनके बारे में बात करने जा रहे हैं, उन्होंने 14 साल की उम्र में हिंदी विरोधी आंदोलनों के जरिए राजनीति में प्रवेश किया. जब राजनीति में उनकी अच्छी पकड़ हो गई तो उन्होंने द्रविड़ राजनीति का एक छात्र संगठन बनाया. करुणानिधि 1957 में पहली बार विधायक चुने गए थे.
इसके बाद 1967 में वे सत्ता में आए, उन्हें लोक निर्माण मंत्री का पद दिया गया. जब अन्ना दुरै का निधन हुआ, तो वे राज्य के मुख्यमंत्री बने. करुणानिधि 5 बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री चुने गए और 12 बार विधायक बने. यह उनकी छोटी राजनीतिक पृष्ठभूमि थी, लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है कि करुणानिधि हमेशा आंखों पर काला चश्मा क्यों लगाते थे? इसके पीछे असल वजह क्या थी?
फिल्मों में हुए सुपर हिट
बता दें कि करुणानिधि ने फिल्मों की दुनिया में भी हाथ आजमाया था. उनकी पहली फिल्म राजकुमारी बड़ी हिट रही थी. इसके साथ ही उन्होंने करीब 75 पटकथाएं लिखीं. इसमें कई फिल्में सुपरहिट रहीं. करुणानिधि ने शिवाजी गणेशन को और एस.एस. राजेंद्रन जैसे तमिल सिनेमा को कलाकार दिए.
आखिर पहना चश्मा?
साल 1971 में अमेरिका के जॉन हॉपकिंस अस्पताल में एम करुणानिधि की आंखों की सर्जरी हुई थी डॉक्टरों की सलाह पर उन्होंने काला चश्मा लगाना शुरू कर दिया. सबसे हैरानी की बात ये है कि उन्होंने 46 साल तक चश्मा पहना और यही उनकी पहचान बन गई. बिना चश्मे के कोई भी व्यक्ति उनके बारे में सोच भी नहीं सकता था. 46 साल के होने के बाद उन्होंने डॉक्टर्स की सलाह पर 2017 में अपना चश्मा उतार दिया था. चश्मा उतारने के एक साल बाद, चेन्नई के कावेरी अस्पताल में 94 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया.
HIGHLIGHTS
- 5 बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री चुने गए
- 12 बार विधायक बने
- काफी शानदार सफर रहा
Source : News Nation Bureau