किसानों के लंबे विरोध के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि वह किसानों को समझाने में असफल रहे, जिसके चलते वह अब कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा करते हैं. वहीं, बावजूद कानूनों की वापसी की घोषणा के किसान अभी धरने पर डटे हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीनों कृषि कानूनों के निरस्त करने की घोषणा के बाद भी किसान नेता धरना-प्रदर्शन खत्म नहीं कर रहे हैं. 22 नवंबर यानि सोमवार को लखनऊ में हुए किसान महापंचायत में किसान नेताओं ने आंदोलन को जारी रखने के साथ प्रधानमंत्री को एक पत्र लिख कर अपनी मांगों को पूरा करने का अनुरोध किया है. लखनऊ किसान महापंचायत में आज एसकेएम नेताओं के साथ लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए किसानों के परिजन मंच पर मंच पर मौजूद थे.
कृषि कानून वापस होने के बाद भी क्यों डटे किसान? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.
- प्रधानमंत्री को किसानों के साथ बातचीत करनी चाहिए थी :आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- किसानों को विश्वास में लिया जाना चाहिए था :आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- अगर किसान वापस नहीं जा रहे तो यह सरकार के लिए चिंता का विषय है :आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- प्रधानमंत्री मोदी ने बड़ा दिल दिखाया है :नलिन कोहली, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- किसानों के सम्मान में उनके खाते में 2 हजार रुपए डाले जाते हैं :नलिन कोहली, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP, @NalinSkholi
- फसलों की रिकॉर्ड खरीद की जा रही है :नलिन कोहली, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP, @NalinSkholi
- मोदी सरकार किसानों के लिए लगातार काम कर रही है :नलिन कोहली, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP, @NalinSkholi
- कांग्रेस हर मुद्दे का राजनीतिकरण करती है :नलिन कोहली, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP, @NalinSkholi
- गरीबी हटाओ का नारा दिया, लेकिन हुआ कुछ नहीं :नलिन कोहली, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP, @NalinSkholi
- बीजेपी सरकार किसानों के लिए काम करती है :नलिन कोहली, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- पीएम मोदी ने किसानों से घर लौटने की अपील की थी :नलिन कोहली, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- देश को संबोधित करने से बड़ा कुछ नहीं हो सकता :नलिन कोहली, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- लाल बहादुर शास्त्री का सम्मान पूरा देश करता है :नलिन कोहली, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व के सभी प्रधानमंत्रियों को धन्यवाद किया है :नलिन कोहली, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- जय जवान जय किसान : विभाकर शास्त्री, प्रवक्ता कांग्रेस
- सरकार की जिद के कारण किसान हार रहा था : विभाकर शास्त्री, प्रवक्ता कांग्रेस
- डेढ़ साल बाद सरकार को क्यों लगा कि कानून गलत हैं : विभाकर शास्त्री, प्रवक्ता कांग्रेस
- आंदोलन के दौरान न जाने कितने किसान मारे गए : विभाकर शास्त्री, प्रवक्ता कांग्रेस
- लखीमपुर खीरी का वीडियो सबके सामने वायरल हुआ है : विभाकर शास्त्री, प्रवक्ता कांग्रेस
- जब तक किसान आगे नहीं बढ़ेता, तब तक देश नहीं बढ़ेगा : विभाकर शास्त्री, प्रवक्ता कांग्रेस
- राजनीति में संवाद सबसे बड़ी चीज है : विभाकर शास्त्री, प्रवक्ता कांग्रेस
- आज किसानों के साथ देश में अन्याय हो रहा है : विभाकर शास्त्री, प्रवक्ता कांग्रेस
- किसानों को आंदोलजीवी किसने कहा था? : विभाकर शास्त्री, प्रवक्ता कांग्रेस
- पांच साल में यूरिया व खाद के दाम कितने बढ़े? : विभाकर शास्त्री, प्रवक्ता कांग्रेस
- यूरिया का 50 किलो का बोरा आता था जो अब 45 किलो का हो गया : विभाकर शास्त्री, प्रवक्ता कांग्रेस
- देश के चार लाख किसानों ने आत्महत्या क्यों की : कृष्णवीर चौधरी, अध्यक्ष भारतीय कृषक समाज
- 86 प्रतिशत गरीब किसानों का शोषण बिचौलिया कर रहे थे : कृष्णवीर चौधरी, अध्यक्ष भारतीय कृषक समाज
- पंजाब में कॉंटेक्ट फॉर्मिंग चल रही है : कृष्णवीर चौधरी, अध्यक्ष भारतीय कृषक समाज
- कांग्रेस की नीतियां अच्छी थी तो किसान क्यों मरा है : कृष्णवीर चौधरी, अध्यक्ष भारतीय कृषक समाज
- कांग्रेस किसानों का शोषण करने वालों के साथ क्यों खड़ी है : कृष्णवीर चौधरी, अध्यक्ष भारतीय कृषक समाज
- किसानों ने कोई मांग एक्स्ट्रा नहीं जोड़ी : जगतार सिंह बाजवा, प्रवक्ता संयुक्त किसान मोर्चा
- किसानों ने एमएसपी पर कानून बनाने की मांग भी की थी : जगतार सिंह बाजवा, प्रवक्ता संयुक्त किसान मोर्चा
- देशभर में किसानों के खिलाफ हुए मुकदमों पर पीएम क्या बोले : जगतार सिंह बाजवा, प्रवक्ता संयुक्त किसान मोर्चा
- लखीमपुर खीरी घटना पर क्या कोई कार्रवाई हुई : जगतार सिंह बाजवा, प्रवक्ता संयुक्त किसान मोर्चा
- क्या किसानों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमें वापस नहीं होने चाहिए : जगतार सिंह बाजवा, प्रवक्ता संयुक्त किसान मोर्चा
- सरकार को एमएसपी पर खुलकर बोलना चाहिए : जगतार सिंह बाजवा, प्रवक्ता संयुक्त किसान मोर्चा
- शहीद किसानों के बारे में कुछ सोचा जाना चाहिए या नहीं? : जगतार सिंह बाजवा, प्रवक्ता संयुक्त किसान मोर्चा
- पिछले सात सालों में एनडीए की सरकार ने सबसे ज्यादा एमएसपी दिया : गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- यूपीए के समय कृषि बजट 23 हजार करोड़ होता था : गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- एनडीए की सरकार में कृषि बजट सवा लाख करोड़ है : गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- प्रधानमंत्री मोदी ने एक कमेटी का गठन करने की बात कही थी : गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- लोकतंत्र में चर्चा का स्थान सर्वोपरी होता है : गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- प्रधानमंत्री मोदी ने आॅन रिकॉर्ड कमेटी बनाने की बात कही है : गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- 2014 में कृषि बजट क्या था? : गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- यूपीए के पहले सात साल में महंगाई कितनी थी? : गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- आज देश में 116 करोड़ कोरोना के टीके लग चुके हैं : गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- 2019 में मोदी जी को चार करोड़ अधिक वोट मिले थे : गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- सरकार को प्रमाण पत्र देश का किसान, मजदूर और जवान देगा : गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- छोटा और बड़ा दोनों किसानों का सम्मान है : गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- प्रधानमंत्री किसानों की पंचायत में क्यों नहीं जाते : सुरेंद्र राजपूत, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- एमएसपी की गांरटी खुद 2102 में नरेंद्र मोदी ने दी थी : सुरेंद्र राजपूत, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- किसानों को बदनाम करना उचित नहीं है : सुरेंद्र राजपूत, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- समाजवादी हमेशा सही चीज के साथ खड़े होते हैं : अनुराग भदौरिया, प्रवक्ता SP
- रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली चीजों की कीमतें बढ़ गई हैं : अनुराग भदौरिया, प्रवक्ता SP
- देश में महंगाई कितनी बढ़ गई है : अनुराग भदौरिया, प्रवक्ता SP
- यह खुशी की बात है कि बीजेपी वाले किसानों को भाई—बहन समझ रहे हैं : अनुराग भदौरिया, प्रवक्ता SP
- किसानों के आंदोलन के पीछे कुछ सरकारें थीं : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक,
- आंदोलन के पीछे सीपीआई के लोग थे : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक,
- आंदोलन का बाहरी तत्वों का सहयोग मिला है : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- आंदोलन के पीछे कांग्रेस थी : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- राकेश टिकैत कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ चुके हैं : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- देश का कायापलट नरसिंह राव जी ने किया : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- गांवों में खुशहाली उदारवाद के बाद आई है : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- इस आंदोलन के सहारे देश में कुछ तत्व अराजकता फैलाने चाहते थे : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
Source : News Nation Bureau