नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई 2023 को पीएम मोदी द्वारा किया जाएगा. इस संसद भवन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी हो चुकी हैं. इन तस्वीरों में बेहद खूबसूरत आकार का संसद भवन तैयार किया गया है. संसद भवन के द्वार पर बड़े-बड़े अक्षरों में सत्यमेव जयते अंकित हुआ है. आइए जानने की कोशिश करते है कि किस लिए नए संसद भवन की जरूरत पड़ी है. संसद का वर्तमान भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ. यह लगभग सौ साल पुराना होने वाला है. इसके दोनों सदनों में सांसदों के बैठने के लिए खास व्यवस्था नहीं थी.
1971 की जनगणना को आधार बनाते हुए परिसीमन के तहत लोकसभा सीटों की संख्या 545 सीटों में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है. 2026 के बाद इसमें काफी बढ़ोतरी होने की संभावना है. ऐसे में नए सांसदों के लिए बैठने की खास व्यवस्था नहीं हो पाती.
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जाली की खिड़कियों को कवर करने के बाद से सदनों के कक्ष में प्राकृतिक रोशनी की कमी देखने को मिल रही थी. आग से बचाव को लेकर इस भवन को आधुनिक मानदंडों के तहत नहीं तैयार किया गया. इससे आपात स्थिति में निकासी की व्यवस्था नहीं है. लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों ने 5 अगस्त 2019 को सरकार से संसद के नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया था. इसके बाद दस दिसंबर 2020 को पीएम मोदी ने संसद के लिए भवन का शिलान्यास किया.
कार्यक्रम को लेकर ये रहेगी रूपरेखा
1. सुबह 7.30 से आठ बजे तक हवन और पूजन का कार्यक्रम होगा. इस अवसर पर पीएम मोदी के साथ लोकसभा अध्यक्ष समेत कई मंत्री उपस्थित रहेंगे.
2. सुबह साढ़े आठ से नौ के बीच लोकसभा के अंदर सेंगोल को स्थापित करना होगा.
3. सुबह नौ से साढ़े नौ बजे तक प्रार्थना सभा रखी जाएगी.
4. दोपहर 12 बजे के बाद दूसरे चरण की शुरूआत होगी. इसका आरंभ राष्ट्रगान के साथ होगा.
5. इसके कुछ देर बाद दो शॉर्ट फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी.
6. इसके बाद राज्यसभा में नेता विपक्ष अपने संबोधन पेश करेंगे. लोकसभा स्पीकर का भी संबोधन होगा.
7. बाद में सिक्के और स्टांप को रिलीज किया जाएगा.
8. सबसे अंत में पीएम नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा.
9. दोपहर दो बजे तक कार्यक्रम का समापन किया जाएगा.
HIGHLIGHTS
- संसद का वर्तमान भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ
- यह लगभग सौ साल पुराना होने वाला है
- दोनों सदनों में सांसदों के बैठने के लिए खास व्यवस्था नहीं