राजस्थान में कांग्रेस सरकार में चल रहे राजनीतिक गतिरोध में एक बड़ा मोड़ आया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को सचिन पायलट से मुलाकात की. कांग्रेस आलाकमान के हस्तक्षेप के बाद सचिन पायलट के तेवर नरम पड़े. मुलाकात के बाद अशोक गहलोत ने कहा कि विधायक दल की बैठक में जो बातें हुई है अब सब उन्हें भूलें.
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अपने-अपने होते हैं. मुख्यमंत्री ने आगे बड़ी बात कहते हुए कहा कि हम 19 विधायकों के बिना भी बहुमत साबित कर देते लेकिन उस स्थिति में वह खुशी नहीं होती जो अब होगी. राजस्थान में भाजपा अविश्वास मत नहीं कांग्रेस पार्टी विधानसभा में फ्लोर पर विश्वास मत का प्रस्ताव लाएगी.
राजस्थान विधानसभा सत्र के एक दिन पहले आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. इसमें सचिन पायलट गुट के विधायक भी शामिल हुए. इससे पहले अशोक गहलोत और सचिन पायलट की बातचीत कराने के लिए कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मुख्यमंत्री निवास पहुंच गए थे.
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गौरतलब है कि अशोक गहलोत से मुलाकात करने के बाद सचिन पायलट और गहलोत ने एक दूसरे के साथ आकर दूरी घटने के संकेत दिए.
बीजेपी लाएगी अविश्वास प्रस्ताव
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला है. राज्य सरकार का कहना है कि इस सत्र में सिर्फ कोरोना वायरस के संकट, लॉकडाउन के बाद की स्थिति और अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी. हालांकि बीजेपी ने कहा है कि वो विधानसभा सत्र के पहले ही दिन अविश्वास प्रस्ताव लाएगी.
Source : News Nation Bureau