अयोध्या के विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण संबंधी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट जल्द सुनवाई कर सकता है। यह याचिका भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दाखिल किया है।
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जेएस खेहर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा, 'अयोध्या के विवादित ढांचा परिसर मामले की सुनवाई जल्द हो सकती है।'
सुप्रीम कोर्ट के टिप्पणी के बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा, 'जय श्री राम! आज चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को मैंने राम मंदिर केस के मुद्दे पर पत्र दिया, उन्होंने कहा है कि हम इस पर जल्द ही सुनवाई करेंगे।'
सुप्रीम कोर्ट ने रामजन्मभूमि मामले पर 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के 2.77 एकड़ जमीन को तीन भागों में बांटने के फैसले पर रोक लगाते हुए यथास्थिति बरकरार रखने का फैसला सुनाया था। हालांकि विवादित स्थल से लगी 67 एकड़ जमीन, जो कि केंद्र सरकार के नियंत्रण में है, पर धार्मिक कार्यक्रम करने की इजाजत दी है।
और पढें: मुफलिसी के दिन याद कर भावुक हुए रामनाथ कोविंद
आपको बता दें की सुप्रीम कोर्ट ने एक अन्य मामले बाबरी विध्वंस मामले में 19 अप्रैल को निर्देश दिया था कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी (89), मुरली मनोहर जोशी (83) और उमा भारती (58) के समेत 12 आरोपी अदालत में पेश हों। अदालत ने मामले की सुनवाई रोजाना कराने और दो साल में सुनवाई खत्म करने का निर्देश दिया है।
अदालत ने कहा कि इस मामले में बीजेपी नेता कल्याण सिंह भी आरोपी हैं, लेकिन जब तक वह राज्यपाल पद पर हैं, उनके खिलाफ मुकदमा नहीं चल सकता।
राजस्थान के मौजूदा राज्यपाल कल्याण सिंह जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, उसी समय बाबरी मस्जिद ढहाई गई थी। अदालत ने रायबरेली की अदालत में आडवाणी, जोशी, उमा और तीन अन्य आरोपियों पर चल रहे मुकदमे को भी लखनऊ लाने का आदेश दिया, दोनों मामलों की एक साथ सुनवाई हो सके।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद लखनऊ के सीबीआई कोर्ट में बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सुनवाई हो रही है।
Source : News Nation Bureau