चक्रवात यास (Cyclone Yaas) ओडिशा में तबाही का मंजर छोड़ गया है. कहीं पेड़ गिरे है तो कही रास्ते अवरुद्ध है और कहीं घर पानी में डूबे है.ओडिशा में साइक्लोन यास का लैंडफॉल (Yaas Cyclone Landfall) हुआ है. जानकारी के मुताबिक 'यास' ने बालासोर के दक्षिण में उत्तर ओडिशा तट को पार कर लिया है. इस दौरान अनुमानित हवा की गति 130-140 किमी प्रति घंटे से 155 किमी प्रति घंटा रही. इसी के साथ ओडिशा में लैंडफॉल की प्रक्रिया पूरी हो गई है. हालांकि अभी ओडिशा, बंगाल और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में यास तूफान के असर को लेकर अलर्ट जारी है.
चक्रवात यास अब बालासोर में कमजोर पड़ने लगा है. ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप के जेना ने बताया कीं चक्रवात यांस ने लैंडफॉल की प्रक्रिया पूरी कर ली है. यह सुबह 9 बजे शुरू हुआ और दोपहर 1 बजे तक चला है. उन्होंने बताया कि कलेक्टर बालासोर और भद्रक से सूचना के अनुसार सभी तटीय क्षेत्रों में हवा थम गई है.
अब बालासोर के नीलागिरी इलाके में कुछ इलाकों में बारिश का सिलसिला जारी है. सिमिलिपाल क्षेत्र में सर्वाधिक वर्षा 304 मिमी दर्ज की गई है. अचानक इन इलाकों में बाढ़ की संभावना भी बताई जा रही है. मयूरभंज के कलेक्टर ने बुधबलंगा नदी से सटे इलाकों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप के जेना ने बताया कि बालासोर और इसके उत्तर-पश्चिम में अब चक्रवात यास काफी कमजोर पड़ गया है. अब तूफ़ान नीलगिरी और मयूरभंज की ओर बढ़ रहा है. इन इलाकों में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई है.
प्रदीप के जेना ने बताया कि जाजपुर, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों में बिजली के बुनियादी ढांचे को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. बिजली आपूर्ति की क्रिया शुरू कर दी गयी है. बिजली विभाग ने फीडरों की सुरक्षा जांच भी शुरू कर दी है. सड़क की सफाई और मरम्मत के लिए पर्याप्त टीमें मैदान पर उपलब्ध हैं. भीषण चक्रवाती तूफान यास के प्रभाव से ओडिशा-बंगाल में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है. ओडिशा के रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया तो वहीं बंगाल में हल्दिया पोर्ट में भी पानी का कहर दिखाई दे रहा है. वहीं, चक्रवाती तूफान यास (Cyclone Yaas) से ओडिशा के भद्रक और बालासोर में कई घरों के क्षतिग्रस्त होने की आशंका है.
Source : News Nation Bureau