अब गाड़ी चलाते समय हेलमेट या सीट बेल्ट नहीं लगाना आपको भारी पड़ सकता है इसलिए अभी से सावधान हो जाइए. बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं से निपटने के लिए और ट्रैफिक नियम को ताक पर रखने वालों के खिलाफ सरकार ने सख्त रवैया अपनाना शुरू कर दिया है. गौतमबुद्धनगर (नोएडा) को आगरा से जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस-वे पर बिना हेलमेट व सीट बेल्ट लगाए वाहन चलाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा. प्राधिकरण ने एक्सप्रेस वे पर दो पहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट व चार पहिया वाहन सवारों के लिए बेल्ट लगाना अनिवार्य कर दिया है. इसका उल्लंघन करने वालों का चालान काटने के अलावा हेलमेट न होने पर दो पहिया वाहन चालकों को आगे सफर करने से रोक दिया जाएगा. प्राधिकरण ने इस नियम को सख्ती से लागू कराने के लिए सभी संबंधित जिलों के यातायात अधीक्षक को पत्र भेजा है.
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प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने एक्सप्रेस-वे पर वाहन चालकों के लिए हेलमेट व सीट बेल्ट पहनने के नियम को सख्ती से लागू करने का निर्देश देते हुए गौतमबुद्ध नगर, हाथरस, अलीगढ़, मथुरा व आगरा जिले के यातायात अधीक्षक को पत्र भेजा है.
अरुणवीर सिंह ने बताया, 'यमुना एक्सप्रेस-वे पर दो पहिया वाहनों के लिए हेलमेट व चार पहिया वाहन के लिए सीट बेल्ट अनिवार्य है. इसका उल्लंघन करने वाले चालकों का चालान काटा जाएगा. बिना हेलमेट एक्सप्रेस-वे पर सफर की अनुमति नहीं होगी.'
बता दें कि बिना हेलमेट एक्सप्रेस-वे आने वाले दो पहिया वाहनों का चालान होगा, इसके साथ ही उन्हें आगे जाने से रोक दिया जाएगा. यमुना एक्सप्रेस-वे के जीरो प्वाइंट व 165 किमी प्वाइंट पर भी हेलमेट व सीट बेल्ट जांच की व्यवस्था की होगी. उन दो पहिया वाहनों को ही एक्सप्रेस-वे पर आने का मौका मिलेगा जिनके पास हेलमेट होगा. अगर कोई वाहन चालक एक्सप्रेस-वे पर पहुंच भी जाएगा तो उसे टोल पर रोक लिया जाएगा.
गौरतलब है कि हाल ही में आगरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर दर्दनाक हादसा हुआ था. एक डबल डेकर रोजवेज बस एक्सप्रेसवे पर रेलिंग तोड़कर करीब 30 फीट गहरे नाले में गिर गई थी. इस हादसे में 29 लोगों की जान चली गई थी. जबकि 20 के करीब लोग घायल हुए थे. राहत और बचाव कार्य में ग्रामीणों ने अहम भूमिका निभाई थी. पुलिस के साथ मिलकर ग्रामीणों ने ही घायलों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया था. नाले में से मृतकों के शवों को भी निकलवाया था.