रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय सेना में महिलाओं की भूमिका को लेकर महत्वपूर्ण फैसला किया है. पहली बार सेना में कॉर्प्स ऑफ मिलिट्री पुलिस में जवानों के रूप में महिलाओं की भर्ती होगी. मिलिट्री पुलिस में बीस फीसद महिला जवानों को शामिल किया जाएगा. रक्षा मंत्री ने इस ऐतिहासिक फैसले की घोषणा ट्विटर पर की. सशस्त्र बलों में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बेहतर बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है. पुलिस मिलिट्री में शामिल होने वाली महिलाएं रेप, छेड़छाड़, चोरी आदि अपराधों की जांच पड़ताल करेंगी. मिलिट्री पुलिस में शामिल महिलाएं शरणार्थियों की भीड़ पर नियंत्रण करेंगी, जिसमें महिलाएं और बच्चे शामिल होंगे.
सशस्त्र बलों में महिलाओं की भागेदारी बढ़ाने के लिए उन्हें चरणबद्ध तरीके से शामिल किया जाएगा. पिछले साल सेना प्रमुख विपिन रावत ने महिलाओं को सेना पुलिस में शामिल करने की घोषणा की थी. भारतीय सेना ने मिलिट्री पुलिस में कम से कम 800 महिलाओं को शामिल करने की योजना तैयार की है, जिसके तहत हर साल 52 महिला जवानों को शामिल किया जाएगा. वर्तमान की बात करें तो, महिलाओं को चिकित्सा, कानून , शिक्षण, इंजिनीरिंग जैसी शाखाओं में जाने का विकल्प मिलता है.
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रक्षा मंत्री ने शुक्रवार को भारत-चीन सीमा से लगे अरूणाचल प्रदेश के दिबांग घाटी जिले में अग्रिम इलाकों का दौरा किया और निचली दिबांग घाटी जिले में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पुल का उद्घाटन किया. सीतारमण के साथ पूर्वी सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरवाने, स्पीयर कोर के जनरल आफिसर कमांडिग लेफ्टिनेंट जनरल राजीव सिरोही और अन्य सैन्य एवं असैन्य अधिकारी शामिल थे.
Source : News Nation Bureau