भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने हेलीकॉप्टर स्ट्रीम में पहली बार दो महिलाओं की तैनाती का निर्णय लिया है. सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह और सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी को 'ऑब्जवर्स' (एयरबोर्न टेक्टिशियंस) के रूप में तैनात किया गया है. फ्रंटलाइन वॉरशिप्स में यह महिलाओं की यह पहली तैनाती की जाएगी.
आपको बता दें कि नौसेना में इससे पहले महिलाओं की एंट्री को विंग एयरक्राफ्ट तक ही सीमित रखा गया था. डिफेंस स्टेटमेंट में बताया कि दोनों महिलाएं नौसेना के 17 अफसरों के एक समूह का हिस्सा हैं, जिनमें 4 महिला अफसर और भारतीय तटरक्षक के 3 अफसर शामिल हैं, जिन्हें आईएनएस गरुड़ में सोमवार को हुए एक समारोह में 'ऑब्जर्वर्स' के रूप में तैनाती को लेकर 'विंग्स' से सम्मानित किया गया.
ग्रुप में नियमित बैच के 13 अफसर और शॉर्ट सर्विस कमीशन बैच की 4 महिला आफिसर शामिल थीं. चीफ स्टाफ ऑफिसर (ट्रेनिंग) रियर एडमिरल एंटनी जॉर्ज ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जिन्होंने अफसरों को पुरस्कार और प्रतिष्ठित 'विंग्स' भेंट किए.
वहीं, भारतीय वायुसेना की एक महिला लड़ाकू पायलट जल्द ही ‘गोल्डन ऐरो’ स्क्वाड्रन में शामिल होंगी, जिसमें हाल ही में राफेल युद्धक विमानों को शामिल किया गया है. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यह महिला पायलट राफेल विमान उड़ाने का प्रशिक्षण ले रही हैं. सूत्रों ने कहा कि वह मिग-21 लड़ाकू विमान उड़ाती रही हैं और उन्हें राफेल के लिए आंतरिक चयन प्रक्रिया द्वारा चुना गया है.
वतर्मान में भारतीय वायुसेना में लड़ाकू विमान उड़ाने वाली 10 महिला पायलट और 18 महिला नेविगेटर हैं. वायुसेना में इस समय महिला अधिकारियों की कुल संख्या 1,875 है. गत सप्ताह, रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने संसद में कहा था कि वायुसेना में रणनीतिक आवश्यकताओं को देखते हुए महिला लड़ाकू पायलटों को शामिल और तैनात किया गया है. पिछले साल 10 सितंबर को वायुसेना की ‘गोल्डन ऐरो’ स्क्वाड्रन का पुनर्गठन किया गया था.
Source : News Nation Bureau