आज नए संसद भवन में कार्यवाही का दूसरा दिन है. लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश होने के बाद चर्चा जारी है. सबसे पहले कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल ने लोकसभा में विधयेक के प्रावधनों के बारे में सदन को जानकारी दी. इसपर कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस बिल का समर्थन करती है. हालांकि, सोनिया ने जातिगत जनगणना , एससी-एसटी और ओबीसी आरक्षण का प्रावधान भी इस बिल में शामिल करने की अपील की. इसके बाद राहुल गांधी ने महिला आरक्षण बिल पर समर्थन का ऐलान किया.
राहुल गांधी के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में कहा कि महिला आरक्षण बिल मेरी पार्टी या मोदी के लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं है. पहचान और आधी आबादी के अस्तित्व का सवाल है. महिला आरक्षण बिल पर चर्चा करते हुए अमित शाह ने कहा कि इस बिल के जरिए एक तिहाई सीटें मातृशक्ति के लिए आरक्षित हो जाएंगी. इस देश की बेटी न केवल नीतियों के अंदर अपना हिस्सा पाएगी, बल्कि नीति निर्धारण में भी अपने पद को सुरक्षित करेगी. उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियों के लिए ये बिल पॉलिटिकल एजेंडा हो सकता है, लेकिन मेरी पार्टी और मेरे नेता पीएम मोदी के लिए ये राजनीतिक मुद्दा नहीं है.
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हमारी सरकार का संकल्प है महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सहभागिता- शाह
लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने कहा कि हमारी सरकार का संकल्प है महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सहभागिता. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा दिया. उन्होंने कहा कि गुजरात में उन्होंने जागरूकता पैदा की. इससे लिंगानुपात में सुधार हुआ. उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाई का फायदा ये हुआ कि लिंगानुपात में सुधार हुआ, दूसरा गुजरात में प्राथमिक शिक्षा में 37 फीसदी ड्ऱॉपआउट रेशो था, लेकिन जब मोदी प्रधानमंत्री बने तो ये ड्रॉपआउट रेशो घटकर 0.7 फीसदी रह गया. उन्होंने कहा कि ये हमारे लिए राजनीतिक का मुद्दा नहीं है, बल्कि मान्यता और संस्कृति का मसला है. उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण संविधान संशोधन से जुड़ा नहीं है, बल्कि ये महिलाओं के लिए सुरक्षा, सम्मान और सहभागिता है.
अमित शाह का कांग्रेस पर निशाना
अमित शाह ने महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के दौरान कांग्रेस को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि जब मोदीजी देश के प्रधानमंत्री बने तब इस देश के 70 करोड़ लोगों को बैंक अकाउंट नहीं थे, पीएम मोदी ने ये जनधन योजना चालू की. इसके तहत बैंक अकाउंट खोले गए. इसके तहत 52 करोड़ खोले गए. इसमें 70 फीसदी अकाउंट माताओं के नाम से खोले गए. आज सारी योजनाओं का पैसा महिलाओं के बैंक खातों में जाता है, कांग्रेस ने पांच दशक से ज्यादा समय तक शासन किया. कांग्रेस ने गरीबी हटाओ के नारे दिया, लेकिन गरीबों को उससे निकालने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की थी. लेकिन पीएम मोदी ने पहले साल के अंदर ही 11 करोड़ 72 लाख शौचालय बनाए. इससे महिलाओं का सम्मान हुआ.
Source : News Nation Bureau