धरती इस संसार की सबसे खूबसूरत चीजों में से एक है. हिंदू धर्म में धरती को मां कहा जाता है. संसार में एक धरती ही है जहां जीवन संभव है. हो सकता है कि दुनिया में धरती के अलावा भी जीवन हो लेकिन अभी इंसानों को इसके बारे में पता नहीं है. आज जिस तरह से प्रदूषण हो रहा है उस हिसाब से धरती का स्वरूप बदलता जा रहा है. पृथ्वी पर रहने वाले तमाम जीव-जंतुओं, पेड़-पौधों को बचाने तथा दुनिया भर में पर्यावरण के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए हर साल 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया जाता है.
आज पूरी दुनिया में पृथ्वी दिवस 2019 (World Earth Day 2019) मनाया जा रहा है. 1970 में इस परंपरा को शुरू किया गया था. जिस समय पृथ्वी दिवस मनाने की मांग उठी थी उस वक्त 192 देशों ने इसे माना था. आज लगभग हर देश विश्व पृथ्वी दिवस मना रहा है. इस दिन लोग जीव-जंतुओं को पृथ्वी पर उनके हिस्से का स्थान और अधिकार देने का संकल्प लेते हैं.
कैसे हुई पृथ्वी दिवस की शुरुआत
पूरी दुनिया 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाती है, लेकिन अमेरिका में इसे वृक्ष दिवस के रूप में मनाया जाता है. पहले पूरी दुनिया में साल में दो दिन यानी 21 मार्च और 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया जाता था. लेकिन सन 1970 से यह दिन 22 अप्रैल को मानाया जाना तय किया गया. 21 मार्च को मनाए जाने वाले 'इंटरनेशनल अर्थ डे' को संयुक्त राष्ट्र का समर्थन है. लेकिन इस दिन का वैज्ञानिक तथा पर्यावरणीय महत्व भी है. इसे उत्तरी गोलार्ध वसंत और दक्षिणी गोलार्ध के पतझड़ का स्वरूप माना जाता है.
Source : News Nation Bureau