चक्रवाती तूफान तौकते ने गुजरात, महाराष्ट्र कई कई हिस्सों में तबाही फैलाई है. एक ओर जहां गुजरात में 13 लोगों की तूफान से मौत हुई तो वहीं महाराष्ट्र में 6 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की सूचना है. इसके साथ ही जिन जगहों से तूफान गुजरा, वहां तबाही का अलग ही मंजर दिखा. इन सब के बीच अब खबर है कि पांच दिन बाद एक और तूफान आने वाला है. मौसम विभाग के अनुसार 23-24 मई के दौरान तूफान 'यास' बंगाल की खाड़ी से टकराएगा. इस बार तूफान का नाम ओमान ने दिया है. मौसम विज्ञानी यास को भी बेहद खतरनाक मान रहे हैं. इस चक्रवाती तूफान का असर अंडमान निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर होगा.
यहां मंडरा रहा है खतरा
भारत मौसम विभाग में चक्रवात विभाग की प्रभारी सुनीता देवी ने बताया कि अगले हफ्ते पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं. मौसम विभाग स्थिति पर नजर रखे हुए है. उन्होंने निम्न दबाव प्रणाली तेज होने के संकेत भी दिए. देवी ने कहा कि समुद्री सतह का तापमान एसएसटी बंगाल की खाड़ी के ऊपर 31 डिग्री है. यह औसत से लगभग 1-2 डिग्री सेल्सियस ऊपर है. सभी समुद्री और वायुमंडलीय परिस्थितियां चक्रवाती तूफान के अनुकूल हैं. स्पेशल अलर्ट में कहा गया है कि 23-24 मई को साइक्लोन बनने के बाद ये 27 से 29 मई के बीच लैंडफॉल का कारण बन सकता है. इस चक्रवाती तूफान का असर अंडमान निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर होगा. इस वक्त हवाओं की स्पीड का अनुमान 140 से 150 किलोमीटर के करीब जताया गया है.
तौकते ने मचाई भारी तबाही
दूसरी ओर गुजरात में चक्रवात तौकते के कारण कम से कम 13 लोगों की मौत हो गयी जबकि तूफान की वजह से कई इलाकों में भारी बारिश तथा नुकसान की खबर है, वहीं भारतीय नौसेना व तटरक्षक बलों ने मुंबई के निकट अरब सागर में फंसे दो बजरों में मौजूद 317 लोगों को सुरक्षित बचा लिया. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. कमजोर पड़ने से पहले सोमवार देर रात गुजरात में दस्तक देने वाले चक्रवाती तूफान के कारण राज्य को भारी बारिश का सामना करना पड़ा तथा इस दौरान चली तेज रफ्तार आंधी के कारण कई खंभे व पेड़ उखड़ गए तथा घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा.
फिलहाल गुजरात से गुजर रहा तौकते
मौसम विभाग ने कहा कि तौकते गुजरात के तट से 'बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान' के तौर पर आधी रात के करीब गुजरा और धीरे-धीरे कमजोर होकर 'गंभीर चक्रवाती तूफान' तथा बाद में और कमजोर होकर अब 'चक्रवाती तूफान' में बदल गया है. प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि 16, 000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा, 40 हजार से ज्यादा पेड़ और 70 हजार से ज्यादा बिजली के खंभे उखड़ गए जबकि 5951 गांवों में बिजली चली गई. मीडिया को जानकारी देते हुए रुपाणी ने कहा कि चक्रवात के कारण मरने वालों का आधिकारिक आंकड़ा 13 का है.
HIGHLIGHTS
- भारतीय मौसम विभाग ने एक और तूफान का जारी किया अलर्ट
- 23-24 मई को बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनेगा तूफान यास
- पश्चिम बंगाल समेत ओड़िशा, अंडमान निकोबार पर असर