ग्रेटर नोएडा से आगरा को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस वे पर आए दिन सड़क हादसे होते हैं. आकड़ों की बात कि जाए तो पांच दिनों में 12 लोगों ने अपनी जान सड़क हादसे में गंवाई है. इस हादसे 4 लोग घायल हो चुके है. हालांकि सड़क हादसों को रोकने के लिए यमुना एक्सप्रेस वे अथॉरिटी ने जेपी ग्रुप को कुछ कदम उठाने के लिए निर्देशित किया है. साथ ही यमुना एक्सप्रेस वे के लिए चार नए थाने बनने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है .
जेवर में हुए सड़क हादसे में 5 लोगों की मौत
जेवर थाना इलाके में एक 40 किलोमीटर माइलस्टोन के पास एक खड़े हुए डंपर में पीछे से आ रही तेज रफ़्तार बुलेरो गाड़ी टकरा गई. हादसा इतना भीषण था कि बुलेरो में सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई,अन्य दो लोग घायल हो गए. दोनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ग्रेटर नोएडा पुलिस के मुताबिक डंपर को कब्जे में लिया है. हादसे में चार महिलाओं और एक 68 वर्षीय पुरुष की जान चली गई. मृतकों में 4 लोग महाराष्ट्र और एक कर्नाटक निवासी है. घायलों में एक पुरुष और एक महिला शामिल है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत पर दुख जताया है.
मथुरा:सड़क हादसे में सात लोगों की जान गई
वहीं शनिवार को मथुरा के नोझील थाना इलाके में यमुना एक्सप्रेस वे पर दर्दनाक सड़क हादसा हुआ. इसमें सात लोगों की मौके पर दर्दनाक मौत हो गयी है. इस सड़क हादसे में 2 लोग घायल हुए, इनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. इस सड़क हादसे में तीन पुरुष तीन महिला और एक बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई. मथुरा पुलिस के अनुसार, इस सड़क हादसे में मृतक और सभी नौ लोग एक ही परिवार के रहने वाले थे और मूल रूप से हरदोई जिले के रहने वाले थे. ये सभी लोग एक शादी समारोह से वापस आ रहे थे. तभी इनकी वेगनआर कार खड़े हुए वाहन से टकराई और परिवार के 7 लोगो की जान चली गई.
दसों में कमी लाने के लिए उठाए गए कदम
यमुना एक्सप्रेस वे अथॉरिटी के CEO अरुनवीर सिंह ने बताया कि ग्रेटर नोएडा और आगरा के बीच यमुना एक्सप्रेस वे पर पेट्रोलिंग बढ़ाने के लिए 4 नए थाने खोलने का प्रस्ताव भेजा गया है. इन थानों में एक थाना ग्रेटर नोएड़ा , और एक थाना मथुरा,अलीगढ़ और आगरा में खोला जाएगा. ये चारों थाने केवल एक्सप्रेस वे पर पेट्रोलिंग और कानून व्यवस्था की निगरानी करेंगे .
यमुना एक्सप्रेस पर हादसों के पीछे की ये है वजह
यमुना एक्सप्रेस वे में हर 10 वां सड़क हादसा नींद के चलते होता है. 30 प्रतिशत हादसे हाई स्पीड के कारण होते हैं. साथ ही 25 प्रतिशत टायर फटने की वजह से होते है. करीब 5 प्रतिशत हादसे सड़क पर खड़े वाहनों की वजह से होते हैं. 15 प्रतिशत हादसे अन्य कारणों से होते है. हर साल सैकड़ों लोगों की यमुना एक्सप्रेस पर सड़क हादसें में जान गई है.
Source : Amit Choudhary