देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह स्मृति उपवन में चल रहे युवा कुंभ के समापन समारोह में शिरकत करने के लिए लखनऊ पहुंचे. रविवार को जैसे ही गृहमंत्री समारोह में मौजूद युवाओं को संबोधित करने के लिए उठे, वहां मौजूद लोग नारेबाजी करने लगे. इधर राजनाथ सिंह भाषण दे रहे थे, उधर युवा नारे लगा रही थी- 'जो मंदिर बनवाएगा, वोट उसी को जाएगा.'
राम मंदिर निर्माण में हो रही लेटलतीफी से नाराज युवा जब शांत नहीं हुए तो थक-हारकर कार्यक्रम के संस्थापक को सामने आकर नारेबाजी रुकवानी पड़ी. वहीं मंच पर भाषण दे रहे युवाओं की नारेबाजी से गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी काफी गुस्से में आ गए. उन्होंने कहा, 'जब तक आप लोग शांत नहीं होंगे, मैं तब तक नहीं बोलुंगा.'
इस मौके पर गृहमंत्री को ठीक वही स्थिति का अनुभव करना पड़ा, जैसी स्थिति पहले राहुल गांधी अनुभव कर चुके हैं. अपनी आंखों के सामने नकारात्मक नारेबाजी होते देख राजनाथ सिंह के पास कोई उचित जवाब नहीं था. ठीक वैसे ही जब राहुल गांधी के सामने नकारात्मक नारेबाजी होती थी तो उनके पास भी कोई उचित जवाब नहीं होता था.
राजनाथ सिंह के गुस्से के बाद युवाओं ने नारेबाजी बंद कर दी. जिसके बाद राजनाथ गृहमंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद युवाओं को आश्वासन देते हुए कहा, 'दुनिया की कोई ताकत अयोध्या में भव्य राम मन्दिर का निर्माण नहीं रोक सकती है. हमारी प्रतिबद्धता पर संदेह नहीं किया जाना चाहिए.'
मंदिर निर्माण का आश्वासन देने के बाद राजनाथ सिंह ने प्रयागराज में होने वाले पवित्र कुंभ मेले के बारे में बात की. उन्होंने कुंभ की लोकप्रियता के बारे में कहते हुए बोला, 'कुंभ के लिए किसी भी प्रकार की कोई अधिसूचना जारी नहीं करनी पड़ती कि अब कुंभ मेला शुरू होने वाला है.
कुंभ मेले की तारीफ करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि यदि पूरे विश्व में बिना किसी प्रचार-प्रसार किए करोड़ों लोग कहीं इकट्ठे होते हैं तो वह जगह प्रयागराज में होने वाला कुंभ ही है. यहां आने वाले लोग केवल डुबकी लगाने ही नहीं आते.