गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा बहाल करने की मांग को लेकर युवा कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन के कारण संसद के ठीक बगल में स्थित शास्त्री भवन के पास बुधवार को अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई. प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के पुतले भी जलाए और बैरिकेड्स तोड़कर वे आगे बढ़ गए, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया.
इससे पहले संसद का शीतकालीन सत्र शुरु होते ही विपक्ष ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करना शुरु कर दिया था. सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को गांधी परिवार से हटाई गई एसपीजी सुरक्षा को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में मोदी सरकार को लपेटे में ले लिया. अधीर रंजन ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी कोई सामान्य सुरक्षा प्राप्त लोग नहीं हैं. उन्होंने बीजेपी को पुरानी बातें याद दिलाते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गांधी परिवार के लिए विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) सुरक्षा की अनुमति दी थी. 1991-2019 से, एनडीए दो बार सत्ता में आई लेकिन उनकी एसपीजी सुरक्षा कभी नहीं हटाई गई.
क्या है SPG सुरक्षा ?
- पीएम मोदी और गांधी परिवार की सुरक्षा करती है
- देश की सबसे पेशेवर और आधुनिक सुरक्षा बल है
- जवानों का चयन पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स से होता है
- जवान FNF-2000 असॉल्ट राइफल से लैस होते हैं
- जवानों के पास ग्लोक-17 पिस्टल भी होती है
- जवानों को सीक्रेट सर्विस एजेंट्स की तरह ही ट्रेनिंग दी जाती है
- SPG के काफिले में एक दर्जन गाड़ियां होती हैं
- इंदिरा गांधी की हत्या के बाद SPG के गठन की प्रक्रिया शुरू हुई
(ians से इनपुट)