अखिल भारतीय मतुआ महासंघ के कार्यक्रम में कुमारी पामेला गोस्वामी ने श्री श्री हरिलेलामृत और शीतवस्त्र का वितरण किया है. इसके जरिए वो मतुआ समुदाय के लोगों का दिल जीतने की कोशिश की. इस अवसर पर मतुआ समुदाय ने अपनी पारंपरिक प्रथाओं को अपनाया और मतुआ एकता का संदेश दिया. सैकड़ों युवा पुरुषों और महिलाओं ने बारह आज्ञाओं का पालन करते हुए अपना शेष जीवन बिताने का संकल्प लिया. इस अवसर पर उपस्थित गोसाईं पागलों की टोली ने शपथ भी ली है.
इस अद्भुत अवसर पर कुमारी पामेला गोस्वामी ने मतुआ समुदाय के साथ समय बिताई. ये मौके पर वो लोगों का शुक्रिया अदा कर रही है और खुद को धन्य महसूस कर रही है. इस दौरान वो लोगों के साथ बातचीत भी की और कहा कि वह भविष्य में इस तरह के कार्यक्रम करती रहेगी. इसके साथ ही वो मतुआ समुदाय के उत्थान के लिए सामाजिक गतिविधियों में शामिल होना चाहती हैं.
यह अद्भुत घटना मतुआ समुदाय के लिए एक बड़ी जीत है. इस अवसर पर उन्होंने अपनी पारंपरिक रिवाजों को अपनाया और एकता का संदेश दिया है. इससे न सिर्फ मतुआ समुदाय के लोगों को एक साथ लाने में मदद मिलेगी, बल्कि इससे उनकी आवाज़ भी सुनाई देगी. इस अद्भुत अवसर को देखकर लोगों में एक नया उत्साह भर गया है. यह एक बड़ी जीत है जो इस समुदाय के लोगों के लिए एक नया आरंभ है.
इस समुदाय का पश्चिम बंगाल की राजनीति में बड़ा प्रभाव है. माना जाता है कि इस समुदाय की आबादी लगभग 2 करोड़ है. वहीं आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में ये समुदाय निर्णायक भूमिका अदा कर सकता है. इस समुदाय के लोग नदिया, उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना की सीटों पर असर डाल सकते हैं. इस क्षेत्र में लोकसभा की 7 सीटें और विधानसभा की 40 सीटें हैं. सभी पार्टियां इस समुदाय के वोट पर नजर बनाएं हुए हैं.
Source : News Nation Bureau