विवादित मुस्लिम धर्म प्रचारक जाकिर नाइक पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA का शिकंजा कसता जा रहा है। जाकिर नाइक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) के करीब 20 ठिकानों पर एनआईए ने छापा मारा है।
छापे में जांच एजेंसी को उस वक्त बड़ी सफलता हाथ लगी जब पता चला कि खतरनाक आतंकी संगठन ISIS के संदिग्ध आतंकी अबू अनस के खाते में 80 हजार रु बतौर स्कॉलरशिप जाकिर नाइक की संस्था की तरफ से जमा कराई गई है।
गौरतलब है कि अबू अनस को साल 2015 में एनआईए ने उस वक्त गिरफ्तार कर लिया था जब वो सीरिया जा कर आतंकी संगठन ISIS में शामिल होने की तैयारी कर रहा था। संदिग्ध आतंकी अबू अनस राजस्थान के टोंक का रहने वाला है और अभी वो दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है।
NIA ने जाकिर नाइक की संस्था आईआरएफ के हार्मोनी मीडिया, लोंगलास्ट कंस्ट्रक्शन, राईट प्रोपर्टी सोलुशन, मैजेस्टिक परफ्यूम, अल्फा पुब्रिकेंट जैसी कई प्राइवेट कंपनियों से रिश्तों की भी जांच कर रही है ताकि ये पता चल सके की इन कंपनियों के जरिए किसे कितनी फंडिंग की गई है।
NIA ने जाकिर नाइक के विवादित भाषणों की सीडी और इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज डिवाइस को भी जप्त कर लिया है और उसकी जांच कर रही है।
कुछ दिनों पहले ही केंद्र सरकार ने गैर कानूनी गतिविधि निवारण कानून के तहत जाकिर नाइक की संस्था आईआरएफ को बैन कर दिया था और उसके डोनेशन लेने और देने पर भी रोक लगा दिया था। NIA ने जाकिर नाइक को अपना पक्ष रखने के लिए समन भी जारी किया है।
जाकिर नाइक पर आरोप है कि वो अपने भड़काऊ भाषणों से आतंकवादियों को हमला करने के लिए उकसाते हैं। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए आतंकी हमले में मारे गए आतंकियों के भी जाकिर नाइक के भाषणों से प्रेरित होकर हमला करने की बात सामने आ चुकी है।
HIGHLIGHTS
- जाकिर नाइक पर NIA ने कसा शिकंजा
- जाकिर के एनजीओ से संदिग्ध आतंकी को दिए गए पैसे:एनआईए
Source : News Nation Bureau