Next CJI Sanjeev Khanna: (रिपोर्टर- सुशील पांडेय) सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीष जस्टिस संजीव खन्ना 11 नवंबर (सोमवार) को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे. हालांकि, इससे पहले उन्होंने मॉर्निंग वॉक छोड़ दी है. सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि जस्टिस खन्ना ने सुबह की सैर बंद कर दी है. इसके पीछे की वजह उनके सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में नियुक्ति है.
कई किलोमीटर तक वॉक करते थे जस्टिस खन्ना
बताया जा रहा है कि जस्टिस संजीव खन्ना हर सुबह लोधी गार्डन और अपने घर के आसपास अकेले कई किलोमीटर तक वॉक करते थे. उन्हें ऐसा लगता था कि कोई उन्हें पहचान नहीं पाएगा, लेकिन जब से उनका नाम CJI के रूप में घोषित किया गया. उन्हें सलाह दी गई कि अब वे सुरक्षा कर्मी के साथ अपनी सैर करें. हालांकि, उन्होंने इस सलाह को मानने से उन्होंने इनकार कर दिया और मॉर्निंग वॉक को पूरी तरह से छोड़ने का फैसला ले लिया.
ये भी पढ़ें: आ गई बड़ी खबर: अब हाइवे पर बेधड़क चलाएं कार, क्योंकि सरकार ने माफ कर दिया टोल टैक्स
कैमरे औए मीडिया से दूर रहते हैं अगले चीफ जस्टिस
दरअसल, जस्टिस संजीव खन्ना के करीबी दोस्तों का कहना है कि आज भी उनके अंदर पहले वाली आदतें मौजूद हैं. उनके दोस्त बताते हैं वह सरल, शांत, कैमरे और प्रचार से दूर रहना पसंद करते हैं. इस बात का उदाहरण मई महीने में लोक सभा चुनाव के दौरान देखने को मिला. जब तमाम रिपोर्टर्स जस्टिस संजीव खन्ना के दिल्ली के निर्माण भवन मतदान केंद्र पर वोट डालने का इंतजार कर रहे थे लेकिन उन्होंने अपनी कार से मतदान केंद्र तक यात्रा की और बिना किसी सुरक्षा दल के वापस घर लौट गए.
ये भी पढ़ें: 'जहां कांग्रेस की सरकार हो, वह राज्य शाही परिवार का बन जाता है एटीएम', अकोला की रैली में बोले PM मोदी
दिल्ली के हर कोने की जानकारी रखते हैं जस्टिस खन्ना
बता दें कि जस्टिस संजीव खन्ना का दिल्ली से गहरा नाता है. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा मॉडर्न स्कूल, बाराखंबा रोड से की. इसके बाद सेंट स्टीफन कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की है. उसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के कैम्पस लॉ सेंटर से कानून की डिग्री हासिल की. बताया जाता है कि खन्ना दिल्ली के कोने-कोने से वाकिफ हैं. वे आज भी अपने पुराने स्कूल, कॉलेज और कानून विद्यालय के दोस्तों के संपर्क में हैं और अभी भी उनके घर जाना पसंद करते हैं. जो कि उनके सादगी और संयमित जीवनशैली का प्रमाण देता है.
ये भी पढ़ें: Quetta Railway Station Blast: पाकिस्तान के रेलवे स्टेशन में हुआ बम ब्लास्ट, 21 लोगों की मौत; 30 घायल
चीफ जस्टिस के तौर पर उनका कार्यकाल
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना का कार्यकाल मुख्य न्यायाधीश के रूप में केवल 6 महीने का होगा. जानकारी के मुताबिक वह 13 मई 2025 को इस पद से रिटायर हो जाएंगे. इस संक्षिप्त कार्यकाल में भी उनका प्रभाव भारतीय न्यायपालिका पर गहरा रहेगा और उनके निर्णय व नेतृत्व से न्यायपालिका में महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं.