kolkata rape murder case: पश्चिम बंगाल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर मामले को लेकर अभी भी प्रदर्शन जारी है. इस दौरान भाजपा का आरोप है कि आरजी कर में बीते दिनों रेप और हत्या मामले में चल रही सीबीआई जांच रिपोर्ट पश्चिम बंगाल के सरकारी कॉलेज में करोड़ों रुपये के अंग व्यापार गठजोड़ की ओर इशारा कर रही है. इसमें सीएम ममता बनर्जी की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए गए हैं. भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर दो समाचार रिपोर्ट के स्क्रीनशॉट और लिंक पोस्ट किए हैं. इसमें नौ अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक जूनियर डॉक्टर से रेप और हत्या को लेकर ममता बनर्जी और बंगाल सरकार से कई सवाल किए गए हैं.
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भाजपा नेता ने एक्स पर पोस्ट किया, “आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में सीबीआई जांच में बंगाल मेडिकल कॉलेजों में 200 करोड़ रुपये से अधिक के अंग व्यापार सांठगांठ के संकेत मिले हैं. आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ.संदीप घोष, जिन्हें ममता बनर्जी बचाना चाहती थीं, वे इस सांठगांठ के मुख्य समन्वयक हैं. ''
CBI probe in the RG Kar Medical College & Hospital hints at over 200 crore rupee organ trade nexus in Bengal Medical Colleges. Dr Sandip Ghosh, the former Principal of RG Kar Medical College & Hospital, who Mamata Banerjee desperately wanted to protect, is the chief coordinator… pic.twitter.com/g6BvMrRfHa
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 13, 2024
ममता बनर्जी ने घोष को बचाने का प्रयास किया
उन्होंने आगे सवाल किया कि क्या महिला डॉक्टर से रेप और उसकी हत्या इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने संदीप घोष के कथित गलत कामों को "पर्दाफाश" किया था. क्या ममता बनर्जी ने घोष को बचाने का प्रयास किया. क्योंकि वह भी लाभार्थी हैं और यह सब संरक्षण में हो रहा था?”
भाजपा आईटी सेल प्रमुख ने कहा, “पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य मंत्री को निश्चित रूप से पता होना चाहिए. अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया, तो वह अक्षम हैं और उन्हें तुरंत हटाया जाना चाहिए.'' मालवीय ने आगे मांग की कि अपराध की रात आरजी कर अस्पताल के परिसर में तीन डॉक्टरों की मौजूदगी की जांच सीबीआई से की जाए, उन्होंने कहा कि इन तीनों के मजबूत राजनीतिक संबंध हैं.
अवैध अंग व्यापार के पुख्ता सबूत सामने आए हैं
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आरजी कर मेडिकल कॉलेज में अनियमितताओं की प्रारंभिक सीबीआई जांच में अज्ञात शवों से निकाले गए अंगों को बेचने के कथित कारोबार का पता चला है. यह गठजोड़ कई वर्षों से जारी है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबी दो लोगों का भी सीबीआई ने पता लगाया और उनसे पूछताछ में अवैध अंग व्यापार के पुख्ता सबूत सामने आए हैं. हालांकि न्यूज नेशन इसकी पुष्टि नहीं करता है.
इस समय संदीप घोष सीबीआई की हिरासत में हैं. सीबीआई उनके कार्यकाल के तहत मेडिकल कॉलेज में अनियमितताओं की जांच में जुटी है. घोष पर अस्पताल से धन निकालने का आरोप लगा है और उनसे जुड़ी कई संपत्तियों पर सीबीआई और ईडी ने छापा मारा है.