Bangladesh Crisis: क्या बांग्लादेश में भड़की हिंसा के पीछे पाकिस्तान है? आखिर बांग्लादेश में तख्तापलट से इस मुल्क को कैसा फायदा हो सकता है. बांग्लादेश में स्थिति बद से बदतर हो चुकी है. बढ़ती हिंसा के चलते बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को ना सिर्फ अपने पद से इस्तीफा देना पड़ गया बल्कि अपने खिलाफ भारी विरोध होता देख देश भी छोड़ना पड़ा. प्रदर्शनकारियों ने ढाका स्थित पीएम आवास पर कब्जा कर लिया और हालत ये है कि आम जनता पीएम आवास के अंदर तक घुस चुकी है.
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हिंसा के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई जिम्मेदार
वहीं बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने प्रेस वार्ता करके देश में नहीं, अंतरिम सरकार बनाने की घोषणा कर डाली है. अब ऐसे में सेना प्रमुख जनरल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और सेना पर भरोसा बनाए रखने की भी बात कही थी. अब बांग्लादेश में आगे क्या होगा ये तो बड़ा सवाल है, लेकिन इंटरनेशनल मुद्दों के जानकार इस हिंसा के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को जिम्मेदार बता रहे है.
पाकिस्तान की शेख हसीना की सरकार गिरने में कोई भूमिका
ऐसे में जानना ज़रूरी हो जाता है की क्या सच में पाकिस्तान की शेख हसीना की सरकार गिरने में कोई भूमिका है या फिर नहीं? आपको यहाँ बता दे की बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तफ्तापलट के पीछे एक बड़ी साजिश थी. उसके लिए बकायदा टूल किट के जरिए एक आंदोलन चलाया गया. इस बात का खुलासा एक खुफिया रिपोर्ट्स में हुआ है. इस रिपोर्ट में पाकिस्तान के खुफिया एजेंसी आईएसआई और चीन के षड़यंत्र का पर्दाफाश किया गया. है. रिपोर्ट में बताया गया है कि टोल गेट के जरिए ही सरकारी नौकरी में कोटा के खिलाफ़ वो शुरू हुए आंदोलन सरकार विरोधी आंदोलन में बदल दिया गया. सोशल मीडिया के जरिए लोगों को इतना ज्यादा भड़काया गया कि छात्र को पुलिस और सरकार समर्थक समूह के बीच झड़प तेज़ हो गई.
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सरकारी इमारतों और आवामी लीग के कार्यालयों पर भी हमला
प्रदर्शनकारियों ने सरकारी इमारतों और आवामी लीग के कार्यालयों पर भी हमला कर दिया. रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे बीएनपी यानी कि बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और पाकिस्तान की आईएसआई बांग्लादेश में अशांति को बढ़ावा देने में शामिल है. पाकिस्तान की आईएसआई कथित तौर पर बीएनपी के कार्यवाहक प्रमुख तारीख रेहमान के साथ मिलकर लंदन में अपने ठिकाने से योजनाएं बना रही है. इन योजनाओं को कथित तौर पर बांग्लादेश में लागू किया जा रहा था. बांग्लादेश के अधिकारियों ने सऊदी अरब में तारिक रहमान और आईएसआई अधिकारियों के बीच बैठकों के सबूत होने का दावा किया. जिससे बीएनपी नेता के साथ आईएसआई के सक्रिय भागीदारी का संकेत मिलता है.
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ऐसे गिरी शेख हसीना की सरकार
रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तान की सेना और आईएसआई ने मिलकर शेख हसीना की सरकार को अस्थिर करने और विरोध प्रदर्शन के साथ हिंसा के जरिए बीएनपी को सत्ता में लाने का काम किया.