Maharashtra-Jharkhand Assembly Election 2024: महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का आज ऐलान होने वाला है. इससे पहले ईवीएम को लेकर विपक्षी दलों द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि मतदान में भाग लेकर जनता सवालों का जवाब देती है. वहीं ईवीएम को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जहां तक ईवीएम का सवाल है, तो वह 100 प्रतिशत फूलप्रीफ हैं.
महाराष्ट्र- झारखंड चुनाव के ऐलान से पहले बोले सीईसी
बता दें कि भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने ये बातें महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान से ठीक कुछ घंटे पहले की. क्योंकि चुनाव आयोग दोपहर साढ़े तीन बजे दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि पहले भी कई बार ये साबित हो चुका है कि ईवीएम सही हैं. इसमें किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं है.
कांग्रेस नेताओं ने उठाए थे ईवीएम पर सवाल
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने ईवीएम पर सवाल उठाना शुरू कर दिया था. हरियाणा चुनाव के नतीजों के अगले दिन ही पवन खेड़ा और जयराम रमेश ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें उन्होंने ईवीएम की खामियों के बारे में बताया था. इस मामले में उन्होंने ईवीएम की बैटरी पर सवाल उठाए साथ ही शिकायत भी की.
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इसके बाद राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने बीते शुक्रवार को ईवीएम पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा ईवीएम की मौजूदा व्यवस्था के कारण मतदाता के रूप में उनका संवैधानिक अधिकार छिन चुका है. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तरह हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी डाक मतपत्रों की गिनती में कांग्रेस को ज्यादातर सीटों पर जीत मिली थी.
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राशिद अल्वी ने की बैलेट पेपर से वोटिंग की मांग
इसके बाद कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भी ईवीएम पर सवाल उठाए. इसी के साथ उन्होंने महाराष्ट्र और झारखंड में बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की. उन्होंने मंगलवार को कहा कि, "महाराष्ट्र में विपक्ष को ईवीएम के बजाय पेपर बैलेट से मतदान करवाने पर जोर देना चाहिए. अन्यथा महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार और चुनाव आयोग कुछ भी कर सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि अगर इजरायल पेजर और वॉकी-टॉकी के इस्तेमाल से लोगों को मार सकता है, तो ईवीएम कहां है? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के इजरायल के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं. इजरायल ऐसी चीजों में माहिर है. ईवीएम का बड़ा खेल कहीं भी हो सकता है.