PIB Fact Check: नीति आयोग की गर्वनिंग काउंसिल शुक्रवार को आयोजित की गई. बैठक में सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को बुलाया गया था. हालांकि, इंडिया गठबंधन के मुख्यमंत्रियों ने बैठक का विरोध किया. भाजपा-एनडीए शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री बैठक में शामिल हुए थे. इंडिया गठबंधन के विरोध के बावजूद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बैठक में शामिल हुईं. हालांकि, आधी बैठक में ही वह बाहर आ गईं. बाहर आकर उन्होंने आरोप लगाया कि मुझे बोलने का मौका नहीं दिया गया. हालांकि, पीआईबी ने उनके दावे को खारिज कर दिया है.
PIB ने कही यह बात
मामले में पीआईबी ने कहा कि वर्णमाला के अनुसार, ममता बनर्जी के संबोधन का नंबर लंच के बाद आना था. लेकिन उनके अनुरोध को ध्यान में रखते हुए उन्हें सातवें नंबर पर बोलने का मौका दिया गया. पश्चिम बंगाल सरकार का कहना था कि उन्हें जल्दी लौटना है. उनके संबोधन के दौरान टाइम क्लॉक ने सिर्फ इतना बताया कि उनके बोलने का समय समाप्त हो गया है. घंटी भी नहीं बजी थी.
निर्मला सीतारमण ने भी दावे को बताया झूठ
पीआईबी से पहले केंद्र सरकार ने ममता बनर्जी के दावे को खारिज कर दिया था. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ममता बनर्जी के माइक बंद करने का दावा पूर्ण रूप से निराधार है. सभी मुख्यमंत्रियों को बोलने का सही समय दिया गया था. उन्होंने बैठक में अपनी बात रखी. हम सभी ने उन्हें सुना. हर मुख्यमंत्री का निश्चित समय था. उनकी टेबल पर लगे स्क्रीन में भी समय दिखा रहा था. माइक बंद करने का उनका दावा पूरी तरह से गलत है.
टीएमसी नेताओं ने किया केंद्र का विरोध
ममता बनर्जी के आरोपों के बाद टीएमसी नेताओं ने भी केंद्र सरकार की आलोचना की. टीएमसी नेता शशि पंजा का कहना है कि सक्रिय संघवाद को आज फिर झटका लगा है. बंगाल की मुख्यमंत्री, गैर भाजपा शासित प्रदेश की मुख्यमंत्री को बैठक से बाहर आना पड़ा. उन्हें बोलने की अनुमति नहीं दी गई. यह सच में दुर्भाग्यपूर्ण है.