कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 जुलाई जाएंगे. द्रास लद्दाख में स्थित है. इस दौरान वे पहले वॉर मेमोरियल जाएंगे. यहां शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे. इस मौके पर शहीद की पत्नियों से मुलाकात कर बातचीत करेंगे. अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी के दौरे को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो गईं हैं.
ऐसा रहेगा पीएम मोदी का कार्यक्रम
प्रधानमंत्री मोदी सबसे पहले द्रास में शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे. वे इसके बाद वॉल ऑफ फेम जाएंगे. पीएम मोदी कारगिल युद्ध की कलाकृतियों को देखने के लिए संग्राहलय जाएंगे. यहां वे सेना के शीर्ष अधिकारियों से बात करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी शिंकू ला टनल का वर्चुअली उद्धाटन करेंगे. दिल्ली के लिए उड़ान भरने से पहले पीएम मोदी एक सभा को संबोधित करेंगे. बता दें, द्रास में कारगिल युद्ध जीतने की खुशी में 24 से 26 जुलाई तक तीन दिन के लिए विभिन्न समारोह आयोजित किए जा रहे हैं.
जानें शिंकुन ला सुरंग की खासियत
शिंकुन ला सुरंग 4.1 किलोमीटर लंबी होगी. निमू-पदुम-दारचा रोड पर 15,800 फीट की ऊंचाई पर इसका निर्माण होगा, यह विश्व की सबसे ऊंची सुरंग होगी. इसमें हर 500 मीटर पर क्रॉस पैसेज होंगे. सुरंग के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान भी जारी किया है. बयान में पीएमओ ने बताया कि शिंकुन ला सुरंग सशस्त्र बलों और उनके उपकरणों की आवाजाही को सुगम बनाने के साथ-साथ लद्दाख के आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देगी. शिंकुन ला हिमाचल की लाहौल घाटी को लद्दाख के जांस्कर घाटी से जोड़ने में अहम कड़ी साबित होगी.
पीएम मोदी के साथ कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं यह अधिकारी
पीएम मोदी के साथ, लद्दाख के उप राज्यपाल ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं.