Niti Aayog: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नीति आयोग की बैठक को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना हर भारतीय की इच्छा है. इस लक्ष्य को पूरा करने में राज्य प्रमुख भूमिका निभा सकता है क्योंकि लोगों से वे सीधा जुड़े हैं. पीएम मोदी ने कहा कि यह दशक तकनीकी और भू राजनीतिक बदलावों का है. भारत को इन अवसरों से लाभ उठाना चाहिए. भारत को अंतरराष्ट्रीय निवेश के अनुकूल अपनी नीतियां बनानी होंगी. यह विकसित देश की दिशा में ले जाने का रास्ता है.
बैठक का उद्देश्य- भारत को विकसित राष्ट्र बनाना
बता दें, नीति आयोग भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए केंद्रित है. केंद्र और राज्य सरकार के बीच सहयोग को बढ़ावा देना बैठक का उद्देश्य था. इससे ग्रामीण और शहरी आबादी के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ावा मिलेगी. बता दें, नीति आयोग की शासी परिषद में सभी मुख्यमंत्री, उप राज्यपाल और कुछ केंद्रीय मंत्री शामिल हैं. प्रधानमंत्री नीति आयोग का अध्यक्ष यानी चेयरमैन होता है.
इंडिया गठबंधन ने बैठक का किया विरोध
कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के कई दल नीति आयोग की बैठक का विरोध कर रहे हैं. हालांकि, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी बैठक में जरूरू शामिल हुईं थीं. लेकिन उन्होंने भी बैठक बीच में ही छोड़ दिया और बाहर आकर कहा कि उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया. इसलिए वे विरोध जताने के लिए बाहर आईं. ममता बनर्जी के आरोपों पर केंद्र का जवाब आया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि ममता बनर्जी को काफी समय दिया गया था. किसी ने भी उनका माइक बंद नहीं किया था. वे गलत नैरेटिव दे रही हैं.