Giriraj Singh: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के 'तोड़फोड़ के पीछे वाम और राम' वाले बयान पर राजनीति गरमा गई है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस बयान पर कड़ा पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि सत्ता की लालच में ममता बनर्जी अपने 'मां, माटी, मानुष' के नारे को भूल गई हैं और अब भगवान राम को भी निशाना बना रही हैं. उन्होंने कहा कि कोलकाता की हालिया घटना निर्भया कांड से भी ज्यादा भयावह है और ममता बनर्जी अपने बयानों से इस मुद्दे को भटका रही हैं. गिरिराज सिंह ने कहा कि भगवान राम शांति और सद्भाव के प्रतीक हैं और वे बंगाल में व्याप्त अन्याय का अंत करेंगे.
बीजेपी ने उठाई ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग
आपको बता दें कि ममता बनर्जी के बयान के बाद बीजेपी भी आक्रामक हो गई है. पार्टी के प्रवक्ता आरपी सिंह ने ममता बनर्जी पर राम और हिंदुओं के प्रति नफरत का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के बयान से साफ झलकता है कि उन्हें राम और हिंदुओं से कितनी घृणा है. उन्होंने कहा कि बंगाल में हो रही हिंसा और अपराधों के पीछे तृणमूल कांग्रेस का ही हाथ है. सिंह ने सवाल उठाया कि ममता बनर्जी, जो राज्य की गृह मंत्री भी हैं, आखिर उनकी इंटेलिजेंस एजेंसी क्या कर रही थी? उन्होंने ममता बनर्जी से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की. बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सीबीआई जांच से बचने के लिए ऐसे बयान दे रही हैं. जब सीबीआई जांच की बात आई तो वे कहने लगीं कि आरोपी को फांसी दे दो, लेकिन पहले तो वे जांच सीबीआई को सौंपने के ही खिलाफ थीं. आखिर ममता सरकार किसे बचाना चाहती है?
#WATCH | Delhi: On West Bengal CM Mamata Banerjee's statement, Union Minister Giriraj Singh says, "...Mamata Banerjee has forgotten 'Ma Mati Manush', and now she has started abusing Lord Ram. The recent incident in Kolkata is as brutal as the Nirbhaya incident... Yesterday, we… pic.twitter.com/tySD1IcQjR
— ANI (@ANI) August 16, 2024
ममता बनर्जी का बयान और घटनाक्रम
वहीं कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई रेप और हत्या की घटना के बाद ममता बनर्जी ने अपना बयान दिया. उन्होंने कहा कि वे और बंगाल के लोग पीड़ित परिवार के साथ हैं. उन्होंने इसे एक गंभीर अपराध बताया और कहा कि ऐसे अपराधों की एकमात्र सजा फांसी होनी चाहिए. ममता ने यह भी कहा कि यदि अपराधी को फांसी की सजा दी जाती है, तो इससे दूसरों के लिए एक सख्त संदेश जाएगा, लेकिन उन्होंने यह भी जोड़ा कि किसी निर्दोष को सजा नहीं मिलनी चाहिए.
ममता बनर्जी के बयान पर विवाद क्यों?
इसके साथ ही आपको बता दें कि ममता बनर्जी ने अपने बयान में 'तोड़फोड़ के पीछे वाम और राम' का जिक्र किया, जो राजनीतिक रूप से संवेदनशील हो गया. बीजेपी ने इसे सीधे-सीधे भगवान राम और हिंदुओं के खिलाफ बताया, जबकि ममता बनर्जी ने इसे राज्य में हिंसा और अपराधों के संदर्भ में कहा था. इस विवाद से यह साफ है कि बंगाल की राजनीति में धार्मिक और सांप्रदायिक मुद्दे फिर से केंद्र में आ गए हैं, जहां दोनों पक्ष अपनी-अपनी रणनीतियों को धार दे रहे हैं. बहरहाल, इस बयानबाजी ने बंगाल की राजनीति को एक नई दिशा दी है और आगामी चुनावी समीकरणों पर इसका गहरा असर पड़ सकता है.