केरल के वायनाड में हुए लैंडस्लाइड ने कई जिंदगियों को निगल लिया है. भूस्खलन में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है. लैंड स्लाइड के बाद केंद्र और केरल सरकार आमने-सामने आ गए. संसद में कंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा था कि केरल को पहले ही भारी बारिश की चेतावनी दी थी पर केरल के मुख्यमंत्री ने शाह के दावे को निराधार कह दिया. इन सबके बीच भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) प्रमुख ने दावा किया कि 30 जुलाई की सुबह को केरल के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया था.
आईएमडी प्रमुख महापात्रा ने कहा कि विभाग ने 18 और 25 जुलाई को पश्चिमी तटों के लिए मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया था. मौसम विभाग ने भारत के पश्चिमी तट और मध्य भारत में अच्छे बारिश का पूर्वानुमान जारी किया था. एक अगस्त तक के लिए यह पूर्वानुमान था. 25 जुलाई को हमने येलो अलर्ट जारी किया, यह 29 जुलाई तक के लिए था. 30 जुलाई के लिए भी हमने बारिश का अलर्ट जारी किया था. 20 सेंटीमीटर तक बारिश होने की आशंका थी.
हिमाचल-उत्तराखंड में अलर्ट
आईएमडी चीफ महापात्रा ने आगे कहा कि ऑरेंज अलर्ट ता मतलब होता है कि अब कार्रवाई के लिए कमर कस लिया जाए. रेड अलर्ट में इंतजार नहीं करना होता. उन्होंने कहा कि हमने ऐसे ही चेतावनियां हिमाचल और उत्तराखंड के लिए भी जारी की थी. बता दें, हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से चार लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग लापता हो गए हैं. हिमाचल में भारी बारिश के कारण सड़कें और घर बर्बा द हो गई हैं. इन सबके अलावा, कई हाइड्रो प्रॉजेक्ट्स भी नष्ट हो गए हैं.
वायनाड में अब तक 249 लोगों की मौत
वायनाड लैंडस्लाइड में अब तक 249 लोगों की मौत हो गई है. 240 से अधिक लोग अब भी लापता है. लैंड स्लाइड के कारण पुल-रोड और हाइवे सहित कई सुविधाएं नष्ट हो गई हैं. आर्मी, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित अन्य राहत बचाव दल रेस्क्यू में जुटी हैं. देर रात तक एक हजार से अधिक लोगों का रेस्क्यू किया गया है. तीन हजार से अधिक लोगों को रेस्क्यू शिविर में भेजा गया है.