अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं. नवंबर में इसके लिए मतदान होंगे. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मुख्य दावेदार माने जा रहे हैं. जो बाइडन ने अपना राष्ट्रपति अभियान वापस ले लिया है. इस वजह से अब उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम सबसे आगे है. उम्मीद है कि वे डेमोक्रेट पार्टी की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार भी बन जाएंगी. अमेरिका से सात समुंदर दूर तमिलनाडु में इसका जश्न मन रहा है. कमला हैरिस के लिए तमिलनाडु के गांव में पूजा-पाठ हो रही है. अब आप सोचेंगे कि अमेरिकी नेता के लिए भारत में पूजा पाठ क्यों हो रही है.
दरअसल, कमला हैरिस भारतीय मूल की अमेरिकी नेता हैं. उनका जन्म तमिलनाडु में हुआ था. उनका ननिहाल तमिलनाडु के थुलसेन्द्रपुरम गांव में हैं. गांव में उनके समर्थन में पोस्टर लगे हैं. कमला के नाना पीवी गोपालन इसी गांव में रहते थे. गांव की शुरुआत में ही एक मंदिर है. मंदिर के बाहर कमला हैरिस का पोस्टर लगा है. बाइडन के राष्ट्रपति पद से हटते ही इस मंदिर में पूजा-पाठ शुरू हो गई थी. पूजा-पाठ वोटिंग के दिन तक चलती रहेगी.
मंदिर में दान करती हैं कमला हैरिस
मंदिर के मुख्य पुजारी का नाम- एम नटराजन है. उनका कहना है कि हमने पहले भी उनके लिए पूजा की थी. इस वजह से वे अमेरिका की उप-राष्ट्रपति बनीं. अब ईश्वर ने चाहा तो वे जल्द ही अमेरिका की राष्ट्रपति बनेंगी. मंदिर के दीवार पर दानदाताओं की एक सूची लगी है. सूची में कमला हैरिस का भी नाम है. हालांकि, कमला इस गांव में कभी नहीं आई हैं. मंदिर के पुजारी का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रपति बनने के बाद वे यहां जरूर आएंगी.
मां ने अपने दम पर कमला और उनकी बहन की परवरिश की
ग्रामीणों का कहना है कि उनके नाना दशकों पहले यहां रहते थे. उनके जाने के बाद भी उनका परिवार संपर्क में है. वे मंदिर और गांव के लिए पैसे दान करते हैं. बता दें, कमला का जन्म वैसे तो अमेरिका के कैलिफॉर्निया में हुआ था लेकिन उन्हें उनकी मां कई बार भारत ला चुकी हैं. कमला की मां श्यामला गोपालन ईसाई धर्म मानती हैं तो वहीं उनके पिता यहूदी हैं. 1963 में दोनों की शादी हुई. हालांकि, बाद में दोनों में तालाक हो गया था. कमला की मां ब्रेस्ट कैंसर रिसर्चर हैं, जो बाद में तमिलनाडु से जाकर अमेरिका शिफ्ट हो गई थीं. कमला और उनकी बहन को मां ने पालपोष के बड़ा किया है.