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J&K Election: पहले फेज के प्रचार के लिए कश्मीर जाएंगे राहुल गांधी, अनंतनाग-संगलदान में आज संबोधित करेंगे रैली

J&K Election: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले फेज के लिए प्रचार करने राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जा रहे हैं. वे यहां दो रैलियों को संबोधित करेंगे.

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Jalaj Kumar Mishra
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Rahul gandhi

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J&K Election: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. सभी दल इसकी तैयारियों में जुट गए हैं. विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज यानी चार सितंबर को जम्मू-कश्मीर जाएंगे. चार सितबंर को वे यहां दो चुनावी रैलियां करेंगे. राहुल गांधी की पहली रैली कश्मीर के अनंतनाग में हैं तो दूसरी रैली जम्मू के संगलदान में प्रस्तावित है. 

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कांग्रेस महासचिव गुलाम अहमद मीर ने बताया कि राहुल गांधी नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए रैली को संबोधित करेंगे. यह कार्यक्रम पहले चरण का है. अन्य चरणों के लिए वे जम्मू-कश्मीर का दौरा कर सकते हैं. 

कांग्रेस-नेशनल क्रॉन्फ्रेंस साथ लड़ रहे हैं चुनाव

बता दें, जम्मू-कश्मीर चुनाव के पहले फेज से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने कुल 59 सीटों पर उम्मीदवारों घोषित किए हैं. इनमें नेक्रां 50 तो कांग्रेस महज नौ सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है. दोनों दलों के बीच 26 अगस्त को सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय हुआ था. जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों में से नेक्रां 51 तो कांग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पांच सीटों पर फ्रेंडली फाइट तो दो सीटों पर सीपीएम और पेंथर्स पार्टी को जीत मिली है. 

जम्मू-कश्मीर में तीन फेज में वोटिंग होगी. 16 अगस्त को चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनावों का ऐलान किया था. 90 सीटों वाले विधानसभा में 46 सीटें बहुमत का जादुई आंकड़ा है. 

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10 साल बाद हो रहे हैं विधानसभा चुनाव

बता दें, जम्मू-कश्मीर में आखिर विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था. उस वक्त भाजपा ने पीडीपी के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाई थी. गठबंधन टूटने के कारण 2018 में सरकार गिर गई थी. राज्य में छह माह तक राज्यपाल शासन रहा. राष्ट्रपति शासन के बीच 2019 में चुनाव हुए और भाजपा दोबारा सत्ता में भारी बहुमत के साथ लौटी. भाजपा ने सरकार में आने के बाद पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 और 35 ए खत्म कर दिया. इसके बाद राज्य ने प्रदेश को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया. इस हिसाब से प्रदेश में 10 साल बाद चुनाव होंगे.

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