पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की कल यानी मंगलवार को 80वीं जयंती है. उनका जन्म 20 अगस्त 1944 को मुंबई में हुआ था. राजीव गांधी का लालन-पालन सत्ता के प्रभामंडल के इर्द-गिर्द हुआ था. उन्होंने राजनीति को करीब से देखा था. उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि उनके हाथों में देश की कमान सौंपी जाएगी, लेकिन संजय गांधी की मृत्यु के बाद अपनी मां इंदिरा गांधी को राजनीतिक सहारा देने के लिए उनको भारतीय राजनीति में उतरना पड़ा.
यूं तो प्रधानमंत्री रहते हुए स्वर्गीय गांधी ने देश को बहुत कुछ दिया लेकिन कई ऐसे काम भी किए, जिन्होंने देश की तकदीर बदल दी.
1. युवाओं को मिला मताधिकार
राजीव गांधी ने वोटिंग की उम्र 21 साल से घटाकर 18 वर्ष की थी. कहा जाता है कि जिस समय यह फैसला लिया गया था, उस समय करीब 5 करोड़ युवाओं को वोट देने का अधिकार मिला था.
2. भारत में जब आई कंप्यूटर क्रांति
भारत में कंप्यूटर और संचार क्रांति लाने वाले भी राजीव गांधी ही थे. देश की युवा पीढ़ी को आगे ले जाने के उद्देश्य से उन्होंने विज्ञान और टेक्नोलॉजी के लिए सरकारी बजट को बढ़ाया. इतना ही नहीं कंप्यूटर की कीमतें घटाने के लिए भी राजीव गांधी ने अहम फैसला लिया. उन्हें इसे सरकारी नियंत्रण से बाहर किया और असेंबल कंप्यूटर्स का आयात शुरू किया.
3. ग्रामीण क्षेत्रों में लाए शिक्षा
स्व. राजीव गांधी ने ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को अच्छी शिक्षा देने की ठानी. इस उद्देश्य से उन्होंने 1986 में घोषित शिक्षा नीति के तहत जवाहर नवोदय विद्यालय स्थापित किए. वर्तमान में लगभग हर जिले में एक नवोदय विद्यालय है और स्थिति ऐसी है कि शहरी क्षेत्र के बच्चे भी नवोदय स्कूलों में प्रवेश ले रहे हैं.
4. लेकर आए पंचायती राज
राजीव ने पंचायती राज का बड़ा फैसला लिया. यह निर्णय उन्होंने गांवों को सशक्त और लोकतंत्र में उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए लिया था. इसके माध्यम से पूर्व पीएम ने पूरे देश में ग्राम सरकार की अवधारणा लागू की. साथ ही पंचायतों को ज्यादा अधिकार भी प्रदान किए. उनका मानना था कि सत्ता में जो संसद और विधानसभा का दर्जा है वैसा ही ग्राम पंचायतों को भी मिले.
5. अयोध्या में विवादित स्थल का ताला खुलवाया
ऐसा कहा जाता है कि हिन्दू समुदाय की नाराजगी को कम करने के लिए वर्ष 1985 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अयोध्या के विवादित स्थल का ताला खुलवाया था. इसके साथ ही 1989 में राम मंदिर के निर्माण के लिए शिलान्यास की इजाजत भी दी थी.