Raksha Bandhan: आज श्रावण मास का समापन है, श्रवण माह के अंतिम सोमवार को रक्षाबंधन का महापर्व भी मनाया जा रहा है. भाई-बहन के प्रेम के त्योहार के लिए भाई-बहनों को सालभर इंतजार रहता है. आज के दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर रेशम का धाागा बांधती हैं. बहनें भाई के माथे पर तिलक लगाती हैं और उनकी आरती उतारती हैं. रक्षाबंधन की पूर्णिमा तिथि आज सुबह तीन बजकर चार मिनट पर शुरू हुई, जो रात 11.55 बजे समाप्त होगी. रक्षाबंधन में भद्रा को बहुत महत्व दिया जाता है. इस भद्रा में कोई शुभ काम नहीं होता है. इसमें राखी भी नहीं बांधनी चाहिए. आइये जानते हैं, राखी बांधने का शुभ मुहुर्त
यह है शुभ मुहूर्त
भद्रा काल को बहुत अशुभ माना जाता है. भद्रा 19 अगस्त को रात 2.21 बजे शुरू होता है. 19 अगस्त सुबह 9.51 बजे से 10.53 बजे तक भद्रा पूंछ रहेगी. इसके बाद सुबह 10.53 बजे से लेकर 12.37 बजे तक भद्रा मुख रहेगा. भद्रा काल का समापन 1.30 बजे होगा और दोपहर 1.30 बजे के बाद से राखी बांधने का मुहुर्त शुरू होता है.
19 अगस्त को राखी बांधने का खास मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगा, जो शाम को चार बजकर 20 मिनट तक चलेगा. राखी बांधने के लिए आपको 2 घंटे 37 मिनट मिलेंगे. इसे शुभ अवसर माना जा रहा है. प्रदोष काल शाम 6.56 से रात 9.57 तक रहेगा. इस प्रदोष काल में भी राखी बांधी जा सकती है.
तिलक के लिए इस उंगली का करें इस्तेमाल
ज्योतिषी के अनुसार, तिलक लगाने के लिए उंगलियों का महत्व बहुत है. मान लीजिए अगर आपका भाई बड़ा है और बहन छोटी है तो आपको अनामिका उंगली से तिलक लगाना चाहिए. इसके अलावा, अगर भाई छोटा है और बहन बड़ी है तो आपको अंगूठे से तिलक लगाना चाहिए.